Mahamari Se Azadi: पत्थर के शहर में मोम के दिल, कोरोना की तीसरी लहर में नहीं होगी प्राण वायु की कमी
Mahamari Se Azadi साहिबगंज का सदर अस्पताल व राजमहल का अनुमंडल अस्पताल आक्सीजन से लैस हो गया है। यहां आक्सीजन प्लांट लगा है। पतना के अस्पताल में भी प्लांट लग रहा है। संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए आक्सीजन के मोर्चे पर जिले ने तैयारियां कर ली हैं।
डॉ. प्रणेश, साहिबगंज। कोरोना काल ने हमें आक्सीजन की महत्ता बताई। कितने ही आक्सीजन की कमी से दम तोड़ गए। तब महसूस किया गया कि प्राणवायु की ऐसी व्यवस्था हो, ताकि जरूरत के वक्त रोगी की जान बचाई जा सके। पत्थरों के शहर साहिबगंज के पत्थर कारोबारी भी आक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों से दुखी थी। सो, ऐसी पहल की जो प्रेरणास्रोत बन गई। स्वास्तिक मिनरल एजेंसी के मालिक पत्थर व्यवसायी विक्रम प्रताप सिंह ने प्रशासन को 20 लाख रुपये दिए। सुब्रतो पाल ने पांच लाख, महताब आलम एंड कंपनी ने दो लाख, भगवान भगत व कृष्णा शाह ने एक एक लाख, प्रकाश केडिया ने 51 हजार रुपये दिए। ताकि साहिबगंज में आक्सीजन की पुख्ता व्यवस्था हो। इन्होंने दिखा दिया कि काम पत्थर का करते हैं, मगर दिल मोम सा है। इन सभी ने मिलकर 35 लाख रुपये प्रशासन को दिए। इससे अस्पताल में आक्सीजन पाइप लाइन का निर्माण हुआ। ताकि हर बेड तक आक्सीजन पहुंच सके।
साहिबगंज सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट, पतना में भी लगेगा
आज के दिन साहिबगंज का सदर अस्पताल व राजमहल का अनुमंडल अस्पताल आक्सीजन से लैस हो गया है। यहां आक्सीजन प्लांट लगा है। पतना के अस्पताल में भी प्लांट लग रहा है। संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए आक्सीजन के मोर्चे पर जिले ने तैयारियां कर ली हैं। दरअसल, स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले साहिबगंज पिछड़ा रहा है। कोरोना काल ने व्यवस्था में सुधार शुरू किया है। दूसरी लहर की भयावहता व फंड की कमी से अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए थे। भागलपुर से आक्सीजन आती थी। वहां किल्लत होने पर रिफिलिंग सेंटर ने हाथ खड़े कर दिए थे। तब उपायुक्त रामनिवास यादव ने पहले आक्सीजन की व्यवस्था में पूरी ताकत लगाई। अस्पतालों में प्लांट लगवाए। प्लांट की खरीद डीएमएफटी (जिला खनन ट्रस्ट) के पैसे से की गई। पाइप लाइन व अन्य खर्च के लिए पत्थर कारोबारियों की रकम काम आई। विक्रम ने कोरोना काल में गरीबों में 10 लाख रुपये का राशन भी बांट सहृदयता दिखाई थी।
दान की प्रेरणा देता सनातन धर्म
विक्रम कहते हैं- रामायण का प्रतिदिन पाठ करता हूं। उसमें दान का महत्व बताया गया है। सनातन धर्म हमें दान की प्रेरणा देता है। दान अगर जनसेवा में लगे तो सबसे बड़ा पुण्य है। हम सबका धर्म यही है कि कमजोर की मदद करें।
प्रशासन की अपील पर स्वास्तिक मिनरल एजेंसी के संचालक विक्रम प्रताप सिंह उर्फ सोनू सिंह ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए 20 लाख रुपये जिला प्रशासन को दिए थे। अन्य पत्थर कारोबारियों ने भी मदद की। इससे स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने में सुविधा हुई।
-रामनिवास यादव, उपायुक्त, साहिबगंज