आर्थिक तंगी के कारण नहीं करा सका इलाज, मौत
झारखंड में आर्थिक तंगी से एक और व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। बीमार बेटे के इलाज के लिए फिक्रमंद और आर्थिक तंगी से जूझ रहे महेंद्र ने खुद बीमारी की जद में आकर मंगलवार को दम तोड़ दिया। दिल को झकझोर देनेवाली यह घटना धनबाद के सिजुआ की है। महेंद्र मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद जिले के मदनपुर के नोनियाडीह का रहने वाला था। यहां पैसे के अभाव में समुचित इलाज नहीं मिल पाने के कारण महेंद्र रविदास (55) की मौत हो गई।
वह पिछले 20-25 दिनों से बीमार था। खांसी-बुखार होने पर उसने चार अक्टूबर को स्थानीय डॉक्टर से दिखाया। दवा बेअसर हो गई, तकलीफ बढ़ी तो छह अक्टूबर को नर्सिग होम पहुंचा। जांच हुई तो टीबी (ट्यूबरक्लोसिस) के लक्षण मिले तो इस बीमारी का इलाज शुरू हुआ। घर का इकलौता कमाऊ सदस्य महेंद्र बीमारी के कारण काम पर नहीं जा सका, बेहतर इलाज के लिए पैसे का इंतजाम नहीं हुआ। बीमारी बढ़ती गई और उसकी मौत हो गई।
स्थानीय लोगों के सहयोग से हो रहा था बेटे का इलाज
महेंद्र के बेटे विनोद को हेपेटाइटिस है। स्थानीय लोगों की सहायता से उसका इलाज रिम्स रांची में कराया जा रहा था। लेकिन तंगी के कारण उसे वहां से वापस लाना पड़ा। उसकी नाजुक हालत को देखते हुए उसे निचितपुर नर्सिग होम ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए अच्छे अस्पताल ले जाने की सलाह दी। मोहल्लेवाले चंदा इकट्ठा कर उसे फिर रांची ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि उसके पिता ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए शव को धनबाद भेज दिया। मृतक के पुत्र विनोद को भी इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया है।
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महेंद्र के इलाज से संबंधित जो कागजात मिले हैं, उससे पता चलता है कि उसे टीवी की बीमारी थी। नर्सिग होम में उसकी जांच हुई थी, जहां बीमारी का पता चला। सात अक्टूबर से उसका इलाज चल रहा था। टीबी जानलेवा बीमारी नहीं है। समय पर उपचार हो तो निजात मिलना तय है।
-डां. मनीष कुमार, प्रखंड चिकित्सा प्रदाधिकारी, बाघमारा
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पोस्टमार्टम के बाद मौत की असली वजह का पता चलेगा। बीमार विनोद का उपचार कराया जाएगा। प्रखंड व रेड क्रॉस सोसाइटी की ओर से परिवार को आर्थिक मदद दिलाएंगे।
-राकेश दुबे, एडीएम विधि व्यवस्था
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विपक्ष के पास न तो विकास का मुद्दा है और न ही सहयोग करने का जज्बा। यही वजह है कि सामान्य मौत पर भी विपक्षी नेता हाय तौबा मचा रहे हैं। पीडि़त परिवार को पहले भी मदद की है, आगे भी करेंगे।
-ढुलू महतो, विधायक
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