Move to Jagran APP

Jharkhand : कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट होने से मरीज की मौत, प्रशासन ने बताया अफवाह, फिर क्या है सच?

कोविड अस्पताल (केंद्रीय अस्पताल) धनबाद में शुक्रवार की शाम ऑक्सीजन सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। इस घटना में एक मरीज श्याम साव की मौत होने की सूचना है। वह झरिया के रहने वाले थे।

By Sagar SinghEdited By: Published: Fri, 31 Jul 2020 07:46 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 02:45 AM (IST)
Jharkhand : कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट होने से मरीज की मौत, प्रशासन ने बताया अफवाह, फिर क्या है सच?
Jharkhand : कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट होने से मरीज की मौत, प्रशासन ने बताया अफवाह, फिर क्या है सच?

नबाद, जेएनएन। कोविड अस्पताल (केंद्रीय अस्पताल) में ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से झरिया के कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज श्याम साव (55) की मौत हो गई। कोविड अस्पताल में इतनी बड़ी लापरवाही उस समय घटी जब मरीज को सिलेंडर से ऑक्सीजन दिया जा रहा था। तभी अचानक से ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से वार्ड में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। घटना दोपहर करीब 12:30 बजे की है। सूत्रों की माने तो सिलेंडर फटने से मरीज अपने बेड से जमीन पर गिर गया। इसके बाद आनन-फानन में कर्मियों ने उसे बेड पर लिटा दिया। सूत्रों का कहना है कि सिलेंडर फटने से मरीज गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जिसकी शाम 4 बजे के आसपास मौत हो गई।

loksabha election banner

नर्स की जगह वार्ड बॉय लगा रहा था ऑक्सीजन : घटना को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल के सूत्रों की माने तो मरीज को ऑक्सीजन चढ़ाने का काम नर्स का है, लेकिन यहां पर वार्ड बॉय को ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने का काम में दिया गया। बताया जाता है कि वार्ड बॉय को ऑक्सीजन चढ़ाने की ज्यादा जानकारी नहीं थी। मरीज के पास ऑक्सीजन सिलेंडर रखकर उसके नाक में मास्क लगा दिया गया। इसके बाद ऑक्सीजन की मात्रा को घटाने बढ़ाने का काम शुरू हुआ, लेकिन अचानक से ऑक्सीजन लीक हुआ और ब्लास्ट हो गया। इस घटना में मरीज अपने बेड से निचे गिर गया। इसके बाद उसकी स्थिति और खराब हो गई। वार्ड में धमाके के बाद और अन्य डॉक्टर व कर्मचारी वहां पहुंचे और मामले को दबाने में लग गए।

प्रबंधन छुपाता रहा था मामला : घटना के बाद नर्स और वार्ड बॉय वहां से चलते बने। इसके बाद इसकी सूचना अस्पताल के डाक्टरों को दे दी गई। सेंट्रल अस्पताल के डॉक्टर लगातार मामले को दबा रहे थे। मरीज पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। बाद में मरीज की तबीयत बिगड़ती गई। दूसरी बार किसी तरीके से मरीज को ऑक्सीजन चढ़ाया गया, लेकिन अंततः मरीज ने दम तोड़ दिया।

परिजनों को भी नहीं दी गई थी सूचना : घटना के बारे में सेंट्रल अस्पताल के डॉक्टरों ने ना ही सिविल सर्जन को सूचना दी और ना परिजनों को सूचना दी। शाम में केवल मरीज की मौत की जानकारी परिजनों को दी गई है। सिविल सर्जन कार्यालय घटना को लेकर अनभिज्ञता जताता रहा है।

मामले की पूर्ण जानकारी नहीं मिल पाई है। अस्पताल के अंदर क्या हुआ, इसकी जानकारी संबंधित पदाधिकारियों से ली जा रही है। -डॉ. जफर रूल्लाह, नोडल, जिला महामारी रोग विभाग, धनबाद।

जिला प्रशासन ने बताया अफवाह : इधर, जिला प्रशासन ने इससे इन्कार किया है। जिला प्रशासन का कहना है कि कोविड अस्पताल में भर्ती पॉजिटिव मरीज की मृत्यु उनकी तबीयत अत्यधिक खराब होने के कारण हुई है। डीसी ने ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट होना से मरीज की मृत्यु की सूचना को अफवाह बताया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर किन कारणों से पॉजिटिव मरीज की मौत हुई है? अगर मरीज की तबीयत अत्यधिक खराब थी तो समय रहते उसका उचित इलाज क्यो नहीं संभव हो सका? फिलहाल इन सवालों के जवाब आने बाकि हैं कि मरीज की मौत किसकी लापरवाही से हुई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.