अब नहीं सुनाई देती परिंदों की चहचहाहट, स्टेशन की सूरत बदलने के नाम पर रेलवे ने उजाड़ दिया पक्षियों का बसेरा Dhanbad News
धनबाद रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित पुराने पीपल के पेड़ के बड़े हिस्से को काट कर रेलवे ने अधमरा कर दिया है। जिसके कारण बेबस परिंदे अब अपना नया ठौर तलाश रहे हैं।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद रेलवे स्टेशन पर शाम ढलते ही मन को सुकून देने वाली पक्षियों की चहचहाहट बीते दिनों की बात हो गई। क्योंकि रेलवे ने उनका बसेरा उजाड़ दिया है। पुराने पीपल के पेड़ के बड़े हिस्से को काट कर रेलवे ने अधमरा कर दिया है। बेबस परिंदे अब अपना नया ठौर तलाश रहे हैं। फिलहाल, रेलवे स्टेशन के आसपास अब ट्रेन के हॉर्न की कर्कश आवाज दिल की धड़कन बढ़ा रही है।
दरअसल, ढाई करोड़ खर्च कर धनबाद रेलवे स्टेशन का लुक बदला जा रहा है। 31 मार्च तक जंक्शन नये कलेवर में दिखेगा। स्टेशन की सूरत बदलने को पेड़ की बलि ली गई है। इसपर रेलवे के पीआरओ पीके मिश्रा ने कहा कि पूरा पेड़ नहीं काटा गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन को बेहतर बनाया जा रहा है। इस वजह से कुछ टहनियां हटाई गई है।
थ्रू लेन से सटे पेड़ पर भी अब नहीं आते परिंदे
पीपल पेड़ सरीखे ही थ्रू लेन के पास रेल पुलिस के हेल्प बूथ के नजदीक लगे पेड़ की भी टहनियां काट-छांट कर उसे वीरान कर दिया गया है। कुछ महीने पहले तक यह घना पेड़ था, जहां शाम ढलते ही परिंदे आया करते थे। अब इस पेड़ पर भी पक्षियों का आना बंद है।