कोर्ट रूम में अधिकतम तीन अधिवक्ता ही रहेंगे उपस्थित
धनबाद फिजिकल कोर्ट के लिए झारखंड उच्च न्यायालय के गाइडलाइन के बाद शुक्रवार को धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बसंत कुमार गोस्वामी ने अपनी कोर कमेटी के सदस्यों के साथ धनबाद कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया।
धनबाद : फिजिकल कोर्ट के लिए झारखंड उच्च न्यायालय के गाइडलाइन के बाद शुक्रवार को धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बसंत कुमार गोस्वामी ने अपनी कोर कमेटी के सदस्यों के साथ धनबाद कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। न्यायाधीश गोस्वामी ने कार्यपालक अभियंता को सभी कोर्ट रूम में गाइडलाइन के मुताबिक व्यवस्था बहाल करने का निर्देश दिया। इस मौके पर उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कोर्ट परिसर में घुसने के लिए केवल एक ही प्रवेश द्वार खुला रहेगा। इससे अधिवक्ता परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। वहीं अधिवक्ताओं को बैठने के लिए वेटिग हॉल की व्यवस्था की जा रही है, ताकि कोर्ट रूम में भीड़ न लग सके। सभी कोर्ट रूम में सैनिटाइजेशन व सरकार द्वारा जारी कोविड-19 की सभी गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा। साथ ही किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। कोर्ट रूम के अंदर दो से तीन अधिवक्ताओं को ही एक बार में जाने की इजाजत होगी। जिन अधिवक्ता का केस में सुनवाई शुरू होगा वह अधिवक्ता अदालत में जाएंगे। न्यायिक पदाधिकारियों के लिए रोस्टर बनाया जाएगा जिसके तहत कोर्ट की कार्यवाही चलेगी। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय के अप्रूवल के बाद फिजिकल कोर्ट को शुरू कर दिया जाएगा। इस मौके पर प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविद कुमार पांडेय, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अर्जुन साव, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शशि भूषण शर्मा, रजिस्ट्रार अर्पित श्रीवास्तव, रेलवे के न्यायिक दंडाधिकारी गौरव खुराना, लोक अभियोजक बीडी पांडेय, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।