किसी काम की नहीं यह दाैलत! लाखों का मालिक, आठ दिन तक लावारिस पड़ा रहा शव Dhanbad News
एक वर्ष पूर्व दीपक सड़क दुर्घटना में जख्मी हो गया था। इसके बाद से दो-तीन बार पीएमसीएच से इलाज चला। बंगाल के रहने वाले दीपक के माता-पिता नहीं थे। बहन बंगाल में रहती है।
धनबाद, जेएनएन। लाखों की जमीन-जायदाद, कई संपत्ति, बावजूद पीएमसीएच के मर्चरी में आठ दिनों से अपने की आस में शव पड़ा रहा। पीएमसीएच प्रबंधन की सूचना के बाद भी कोई दावेदार शव के लिए सामने नहीं आया। जब शव से जब दुर्गंध आने लगी, तब प्रबंधन ने रविवार को इसे डिस्पोज कर दिया। कहानी कतरास के नेताजी चौक निवासी दीपक मुखर्जी की है। अब डिस्पोजल के बाद कुछ लोग दीपक की जानकारी लेने पीएमसीएच आने लगे हैं। लोगों को कहना है कि दीपक के नाम पर बंगाल में लाखों की संपत्ति है। सोमवार को दीपक की जानकारी के लिए एक रिश्तेदार आए। उनका कहना है कि दीपक की बहन आदि पीएमसीएच आने वाले हैं।
एक वर्ष पूर्व हुई थी दुर्घटनाः एक वर्ष पूर्व दीपक सड़क दुर्घटना में जख्मी हो गया था। इसके बाद से दो-तीन बार पीएमसीएच से इलाज चला। बंगाल के रहने वाले दीपक के माता-पिता नहीं थे। बहन बंगाल में रहती है। बंगाल में ही दीपक के नाम की कई संपति भी है। सिंतबर 2019 से दीपक पीएमसीएच में भर्ती थी। पांच अक्टूबर को उसने दम तोड़ दिया। तब तक कोई परिजन उसे देखने भी नहीं आये।
पीएमसीएच के कॉल पर भी नहीं आए लोगः पीएमसीएच प्रबंधन का कहना है कि दीपक के मौत के बाद मेडिकल पर्ची में दिए पते पर संपर्क किया गया, उसके एक संबंधी से संपर्क किया गया, लेकिन कोई भी अस्पताल नहीं आया। इस कारण शव को मर्चरी में रखा गया।