कोयले का स्टाक देखने ऊर्जा मंत्रालय की टीम पहुंची धनबाद
दिल्ली मंत्रालय की टीम ने किया लोदना क्षेत्र व पाथरडीह जेएसडब्ल्यू वाशरी का दौरा
कोयले का स्टाक देखने ऊर्जा मंत्रालय की टीम पहुंची धनबाद
अलकडीहा/चासनाला : मानसून में पावर हाउस को पर्याप्त मात्रा में कोयला आपूर्ति को लेकर सोमवार की शाम भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय की तीन सदस्यीय टीम ने लोदना क्षेत्र का दौरा किया। कोयले के स्टाक को देखा। टीम ने अन्य कोल सेक्टर की अपेक्षा लोदना क्षेत्र में लगभग डेढ़ लाख टन कोयला का स्टाक मिलने पर संतोष व्यक्त किया। टीम ने यहां की दोनों आउटसोर्सिंग परियोजनाओं, कोल डंप, साइडिंग व विभागीय परियोजना में जाकर कोयले की गुणवता को भी देखा। टीम का उद्देश्य यह जानना था कि मानसून के दौरान ऊर्जा उत्पादन के लिए पर्याप्त कोयला का स्टाक बीसीसीएल के पास है या नहीं। बता दें कि पिछले वर्ष विद्युत संयंत्रों को कोयले की कमी होने से पूरे देश में हंगामा हो गया था।
टीम के सदस्यों ने जीएम एके दत्ता से कहा कि मानसून के समय में पावर हाउस को बेहतर ढंग से गुणवता युक्त कोयला डिस्पैच करें। मौके पर टीम के साथ पीओ पंकज कुमार, प्रबंधक डीके माजी, ज्ञानेश्वर प्रसाद आदि थे। लोदना क्षेत्र का दौरा करने के बाद टीम देर शाम सात बजे पाथरडीह कोल वाशरी स्थित जेएसडब्ल्यू इस्पात स्पेशल प्रोडक्ट लिमिटेड (मोनेट) कोल वाशरी पहुंची। यहां टीम करीब एक घंटा रुकी व वाशरी के उत्पादन व कार्यों को देखा। इसकी रिपोर्ट तैयार कर मंत्रालय को सौंपेगी।
मंत्रालय की टीम का नेतृत्व एमए इमाम कर रहे थे। टीम ने बीसीसीएल के परियोजना पदाधिकारी विपिन कुमार सिंह से वाशरी से संबंधित जानकारी ली। वाशरी की क्षमता, उत्पादन के बारे में जाना। इसके बाद टीम मोनेट वाशरी कंट्रोल रूम में पहुंची। यहां कोयला की धुलाई से संबंधित कार्यों को जाना। मोनेट के एजीएम प्रदीप साहू व वाशरी आपरेशन इंचार्ज एस प्रधान ने नक्शा के माध्यम से कोयला की धुलाई की जानकारी दी। कहा कि वाशरी में 50 लाख टन प्रतिवर्ष कोयला धुलाई की क्षमता है। प्रतिदिन 15 हजार टन कोयला की धुलाई की जा सकती है। फिलहाल प्रतिदिन दो सर्किट मिलाकर 900 टन कोयला की धुलाई की जाती है।
इसके बाद टीम धनबाद के लिए रवाना हो गई। दिल्ली से आई टीम ने पत्रकारों के सवाल पर कुछ भी बताने से परहेज किया। अधिकारी सूत्रों की माने तो टीम मंगलवार को बीसीसीएल के सीएमडी के साथ बैठक करेगी। इसके बाद मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मौके पर बीसीसीएल कोयला भवन के जीएम सेल्स यूबी सिंह, सर्वे विभाग के अधिकारी के अलावा पाथरडीह कोल वाशरी के पीओ विपिन कुमार सिंह, संदीप कुमार सिंह, शंभु कुमार आदि थे।