Nirsa Ganja seizure case: पूर्व एसपी शैलेंद्र वर्णवाल से पूछताछ, गोड्डा में बरामद गांजा को भी संदेह की नजर से देख रही सीआइडी
निरसा में गांजा बरामदगी मामले में सीआइडी ने धनबाद के पूर्व एसएसपी किशोर काैशल से भी पूछताछ कर चुकी है। किशोर काैशल के समय ही निरसा में गांजा की बरामदगी हुई थी। गांजा तस्करी की पहली सूचना एसएसपी को मिली थी। उन्होंने ही छापामारी करने का निर्देश दिया था।
रांची, जेएनएन। Nirsa Ganja seizure case धनबाद के निरसा में फर्जी तरीके से गांजा प्लांट करने की पुष्टि के बाद अब गोड्डा में बरामद गांजा के मामले को भी सीआइडी संदेह की नजर से देख रही है। इसकी एक मुख्य वजह यह है कि निरसा में फर्जी तरीके से गांजा प्लांट कर जिस तरह ईसीएल के कर्मी चिरंजीत घोष को फंसाया गया था, उसी चिरंजीत घोष का नाम एक सितंबर 2019 को गोड्डा के महगामा थाने में दर्ज गांजा तस्करी के मामले में आया था। गोड्डा में गांजा के साथ मो. रफीक नामक युवक की गिरफ्तारी हुई थी। तब रफीक ने पुलिस को बताया था कि ईसीएल कर्मी चिरंजीत घोष उसका सहयोगी है।
बहरहाल इस पूरे प्रकरण में बुधवार को सीआइडी के एडीजी ने गोड्डा के पूर्व एसपी शैलेंद्र वर्णवाल से पूछताछ की। पूर्व एसपी ने इस प्रकरण में खुद को निर्दोष बताया है। बताते चलें कि धनबाद के निरसा में 25 अगस्त 2019 को एक कार से 39 किलो 300 ग्राम गांजा की बरामदगी हुई थी। इस मामले में धनबाद पुलिस ने ईसीएलकर्मी चिरंजीत घोष को किंगपिन बताते हुए जेल भेज दिया था। इस केस को सीआइडी ने अपने अनुसंधान में फर्जी पाया और निर्दोष चिरंजीत घोष को फंसाने के मामले में चार आरोपितों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया था। आरोपितों में बंगाल का कोयला तस्कर राजीव राय, धनबाद के कतरास थाना क्षेत्र के पंचगढ़ी बाजार निवासी नीरज कुमार तिवारी, तेतुलमारी थाना क्षेत्र के चंदरो स्थित शक्ति चौक गंडुवा बस्ती निवासी रवि कुमार ठाकुर व तेतुलमारी वेस्ट मुनी निवासी सुनील कुमार चौधरी उर्फ सुनील पासी शामिल हैं।
धनबाद के पूर्व एसएसपी किशोर काैशल से हो चुकी पूछताछ
निरसा में गांजा बरामदगी मामले में सीआइडी ने धनबाद के पूर्व एसएसपी किशोर काैशल से भी पूछताछ कर चुकी है। किशोर काैशल के समय ही निरसा में गांजा की बरामदगी हुई थी। गांजा तस्करी की पहली सूचना एसएसपी को मिली थी। उन्होंने ही निरसा थाना प्रभारी को छापामारी करने का निर्देश दिया था। गांजा की बरामदगी चिरंजीत घोष को फंसाने के लिए की गई थी।