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कृषि क्षेत्र बना टैक्स चोरों का नया ठिकाना

धनबाद: सरकार लाख नियम बनाती रहे, लोग इससे बचने का रास्ता निकालते रहते हैं। टैक्स चोरी नई

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Apr 2018 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 04 Apr 2018 03:00 AM (IST)
कृषि क्षेत्र बना टैक्स चोरों का नया ठिकाना

धनबाद: सरकार लाख नियम बनाती रहे, लोग इससे बचने का रास्ता निकालते रहते हैं। टैक्स चोरी नई बात नहीं है, लेकिन इसके नए तरीके जरूर सामने आ रहे हैं। कृषि ऐसा ही एक नया क्षेत्र बनकर उभरा है जहां लोग अपनी आय का बड़ा हिस्सा दिखाकर टैक्स देने से बच रहे हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि आयकर विभाग की जांच में इसका खुलासा हुआ है। बिहार व झारखंड के लगभग 450 ऐसे आयकरदाताओं को चिह्नित कर आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है, जिन्होंने अपनी आमदनी का एक बड़ा हिस्सा कृषि से दिखाया है। अकेले धनबाद प्रक्षेत्र में ही ऐसे करदाताओं की संख्या 30 से अधिक है। इनपर कृषि में निवेश दिखाकर टैक्स चोरी का आरोप है और इन सभी को नोटिस भेजा गया है। इनमें से एक व्यक्ति तो ऐसा भी है, जिसने 75 लाख रुपये कृषि में निवेश दिखाया है। कुछ ने आयकर विभाग के समक्ष पेश होकर अपनी गलती स्वीकार कर ली है लेकिन, अभी कई लोगों ने आयकर के नोटिस का जवाब तक नहीं दिया है। ऐसे लोगों पर विभाग कार्रवाई करने जा रहा है। आयकर विभाग धनबाद रेंज में देवघर, गिरिडीह, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज, दुमका और गोड्डा जिले आते हैं।

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कागज पर उग रही फसल

आयकर विभाग ने करोड़ों की आय दिखानेवाले कुछ लोगों की संपत्ति की जाच की है तो पता चला कि जिस खेत में कभी कोई फसल ही नहीं उपजी, कागज पर उस खेत से लाखों की फसल की उपज दिखा दी गई है। फिर इसे कृषि आय के तौर पर दिखा दिया गया है। इसी तरह व्यावसायिक जमीन को कृषि जमीन बताकर, उसमें फसल की उपज को दिखाते हुए सालाना लाखों की आय दिखाई गई है। 50 लाख से अधिक की जमीन को कृषि योग्य भूमि दिखाकर सीधे तौर पर एक फीसदी आयकर की चोरी कर ली जाती है। धनबाद, देवघर, गिरिडीह, दुमका, साहिबगंज आदि जिलों में इस तरह के मामले अधिक देखने को मिले हैं।

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वर्जन

कृषि क्षेत्र से अधिक आय दिखाकर आयकर की चोरी करनेवालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों को नोटिस भेजा गया है। ऑपरेशन क्लीन के तहत शुरू की गई जाच रिपोर्ट के आधार पर सभी पर कार्रवाई शुरू की जा रही है। कई बड़े व्यवसायियों के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट ने भी गलत ऑडिट रिपोर्ट आयकर विभाग के समक्ष पेश की है। नोटिस का जवाब नहीं देनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- एलएम पांडे, मुख्य आयकर आयुक्त,धनबाद रेंज


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