आशाकोठी के समीप जंगल से सौ टन कोयला जब्त
नावागढ़: मधुबन पुलिस और बरोरा क्षेत्र की सीआइएसएफ टीम ने सोमवार को डेको आउटसोर्सिग के
नावागढ़: मधुबन पुलिस और बरोरा क्षेत्र की सीआइएसएफ टीम ने सोमवार को डेको आउटसोर्सिग के समीप जंगल में छापेमारी कर करीब सौ टन कोयला जब्त किया। सीआइएसएफ के सहायक समादेष्टा एके देव, कंपनी कमांडर ज्योति कुमार, सीआइएसएफ की स्पेशल रेड पार्टी के साथ मधुबन थानेदार प्रदीप ¨मज ने कार्रवाई की। हाइवा, स्कानिया तथा पेलोडर की मदद से कोयला उठाव कर मुराईडीह कोलयरी को सौंप दिया। जाली कागजात के सहारे हाइवा से हो रही कोयला तस्करी
संस, कतरास: अवैध कोयले से लदे हाइवा की जब्ती के मामले की जांच पड़ताल में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। तस्करों का ¨सडिकेट परिवहन की आड़ में बीसीसीएल के डंपों से हाइवा के जरिए कोयला टपा रहा है। जाली कागजात के आधार पर कारोबार हो रहा है। ¨सडिकेट को कतिपय खाकीवर्दीधारियों के अलावा सत्ता से जुड़े एक नेता का अनैतिक समर्थन मिला हुआ है। हाइवा चालक द्वारा पुलिस के समक्ष दिए गए चलान में कनकनी कोलियरी के जिन कांटाबाबू व लो¨डग इंचार्ज हस्ताक्षर अंकित है, उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यह जाली है। उक्त हाइवा का यहां पर वजन ही नहीं हुआ है। चालान में गजलीटांड़ कोलयरी का नाम है जबकि कोड कनकनी का है। इतना ही नही एरिया कतरास अंकित है लेकिन कोड सिजुआ क्षेत्र का है। फोगला कोक इंडस्ट्रीज नाम अंकित है, जबकि बीसीसीएल में दर्ज डीओ में फोगला इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड है। इस कंपनी का गजलीटांड से कोयले का उठाव एक माह से बंद है।
कोल तस्करों के बीच चर्चा है कि जाली कागजात तैयार करने वाले ने आंख मूंद कागजात बना दिए। चर्चा है कि तस्कर एक पक्की चलान का दो बार प्रयोग कर रहे हैं। एक सप्ताह पूर्व स्थानीय लोगों की सूचना पर सीआईएसएफ की टीम ने अवैध कोयले से लदी हाइवा का पीछा किया था लेकिन गजलीटांड से कुछ दूर कतरी नदी के पास कोयला गिराकर भागने में सफल रहा। कोल डंप से हाइवा के जरिए कोयला टपाने के बरोरा, कपुरिया, कतरास सहित अन्य थाने में अनुसंधान के लिए लंबित है। बरवाअड्डा थाने में जब्त हाइवा राकेश शर्मा के नाम से बोकारो में निबंधित है। हालांकि पुलिस अज्ञात मालिक के खिलाफ कांड अंकित है।