नतनी ने खाई पशु दवा, सदमे में मर गई नानी
धनबाद : रविवार को शहर के लुबी सर्कुलर रोड पर अवस्थित माडा कॉलोनी में एक अजीबोगरीब घट
धनबाद : रविवार को शहर के लुबी सर्कुलर रोड पर अवस्थित माडा कॉलोनी में एक अजीबोगरीब घटना हुई। यहां रहनेवाले एक पूर्व माडाकर्मी की बेटी ने भाई से झगड़ा होने के बाद आवेश में आकर पशुओं को दी जानेवाली दवा खा ली। परिजनों ने समझा कि उसने किसी घातक जहर का सेवन कर लिया है। आननफानन में उसे उठाकर पीएमसीएच ले जाया गया जहां उसे देखने परिजनों के साथ उसकी नानी भी आ गई। नतनी को गंभीर स्थिति में पड़ा देख सदमे में नानी की अस्पताल में मौत हो गई। वहीं नतनी खतरे से बाहर बताई जाती है। डॉक्टरों के अनुसार उसने जहर का सेवन नहीं किया है।
यह है मामला : जामताड़ा के बगदाहा गांव की रहनेवाली सुशीला देवी (55 वर्ष) लुबी सकुर्लर रोड पर अवस्थित माडा कॉलोनी में अपनी बेटी के घर आई थी। रविवार दोपहर को उसकी नतनी रीता (15 वर्ष) का अपने भाई से झगड़ा हो गया। रीता दसवीं की छात्रा है। झगड़े के बाद उसने आवेश में आकर मवेशियों को दी जानेवाली कैल्सियम और अल्बेंडाजोल दवा का सेवन कर लिया। यह दवा मवेशियों को देने के लिए घर में रखा गया था। दवा खाने के बाद वह छटपटाने लगी। परिजनों को लगा कि उसने घातक जहर खा लिया है। आननफानन में वे उसे लेकर पीएमसीएच पहुंचे। पीएमसीएच में नानी सुशीला देवी भी उसे देखने पहुंची। वहां नतनी की स्थिति देखकर वह चक्कर खाकर गिर पड़ी। आननफानन में नानी को प्वाइजनिंग वार्ड से इमरजेंसी में लाया गया। वहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार शायद सदमे में महिला की मौत हो गई। वहीं मवेशी की दवा खानेवाली नतनी की स्थिति खतरनाक नहीं है।
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परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
अस्पताल में मौजूद सुशीला देवी के परिजनों ने बताया कि उसकी तबीयत पहले से खराब चल रही थी। अस्पताल में चक्कर आने के बाद उन्हें तुरंत उठाकर इमरजेंसी में लाया गया लेकिन उनकी चिकित्सा में देर कर दी। इस कारण उनकी मौत हो गई। यदि डॉक्टर समय से उपचार करते तो शायद उनकी जान नहीं जाती। परिजनों ने इस बात से इन्कार किया कि उनकी मौत सदमे के कारण हुई।