विफलताओं के लिए मेयर जिम्मेवार : अंकेश
धनबाद नगर निगम चुनाव अभी भविष्य की गर्त में है लेकिन सफलता-विफलता गिनाना शुरू हो गया है। पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कुछ दिन पहले पांच साल के कार्यकाल में सफलताएं गिनाई थी।
धनबाद : नगर निगम चुनाव अभी भविष्य की गर्त में है, लेकिन सफलता-विफलता गिनाना शुरू हो गया है। पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कुछ दिन पहले पांच साल के कार्यकाल में सफलताएं गिनाई थी। शनिवार को बकायदा पत्रकार वार्ता कर वार्ड नंबर 27 के पूर्व पार्षद कुमार अंकेश राज ने विफलताएं गिनाई। एक-दो नहीं बल्कि 30 विफलताएं। इसका जिम्मेवार सीधे मेयर को बताया। अंकेश राज ने कहा कि निगम के पास पर्याप्त जमीन होने के बावजूद एक भी पक्का दुकान पांच साल में नहीं बना। फुटपाथ दुकानदारों को तरजीह नहीं दी गई। जब क्षेत्रीय मजदूर रखने की बात कही तो स्थानीय मजदूरों की छंटनी कर निजी कंपनी को काम दे दिया। 20 हजार महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों में कुछ समूहों को ही लोन मिला। बरटांड़ से 14 किमी दूर पंडुकी में बस डिपो ले जाने की योजना बना दी। जब पार्षदों ने इसका विरोध किया तो चार एकड़ में मॉल बनाकर किसी बड़े आदमी को देने की योजना बनाकर 90 साल की लीज के लिए प्रस्ताव भेज दिया। शहर की लाइफलाइन ओवरब्रिज बनाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। सड़क-बस डिपो के लिए वर्ल्ड बैंक से मिले 650 करोड़ रुपये से आठ लेन सड़क बनाने पर खर्च किया जा रहा है। जबकि शहर के लिए अभी रिग रोड की जरूरत है। बैंक मोड़ के पुराने निगम भवन में मॉल बनाने का प्रस्ताव भेजा, जबकि फुटपाथ दुकानदारों के लिए अभी वेंडिंग जोन की जरूरत है। शहर से आवारा कुत्तों एवं सांड को बाहर निकालने का प्रस्ताव पारित हो चुका है, लेकिन कार्यवाही आज तक नहीं हुई। पार्टी कहेगी तो लड़ेंगे मेयर का चुनाव
अंकेश राज से पूछा गया कि मेयर और आप एक ही पार्टी से हैं, फिर यह मतभेद क्यों। अंकेश ने कहा गलत नीतियों से विरोध है। मेयर पद की दावेदारी पर कहा, पार्टी जो निर्णय लेगी उसका सम्मान करेंगे। पार्टी चाहेगी तो चुनाव भी लड़ेंगे। पार्टी को कुछ लोग छल रहे हैं।