आलू-प्याज और हरी सब्जियों के भाव देख सरसो तेल गरम, प्रति लीटर 15 से 20 रुपये का इजाफा Dhanbad News
धनबाद जिले में सरसों और इसके तेल की आपूर्ति राजस्थान से होती है। कृषि बाजार समिति बरवाअड्डा से पूरे जिले को सरसों और इसके तेल की सप्लाई होती है। सरसों तेल के थोक विक्रेता बिनोद गुप्ता ने बताया कि राजस्थान से आने वाले तेल की कीमत बढ़ी हुई है।
धनबाद, जेएनएन। आसमान छूते आलू और प्याज के भाव से रसोई घर का बजट पहले से बिगड़ा था। अब सरसों तेल भी गरम हो गया है। इसके भाव में 15 से 20 रुपये की वृद्धि हो गई है। आने वाले दिनों में और तेजी आने की संभावना जतायी जा रही है। खुदरा में प्रति लीटर सरसों तेल का भाव करीब 140 रुपये हो गया है। इससे गृहणियां परेशान हैं।
धनबाद में राजस्थान से होती आपूर्ति
धनबाद जिले में सरसों और इसके तेल की आपूर्ति राजस्थान से होती है। कृषि बाजार समिति बरवाअड्डा से पूरे जिले को सरसों और इसके तेल की सप्लाई होती है। सलोनी ब्रांड के सरसों तेल के थोक विक्रेता बिनोद गुप्ता ने बताया कि राजस्थान से आने वाले तेल की कीमत बढ़ी हुई है। यही कारण है कि कृषि बाजार में तेल का थोक भाव 135 से 138 रुपये प्रति लीटर है। यह आम बाजार में 140 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। बिनोद ने बताया कि ठंड में सरसों तेल की खपत अमूमन बढ़ जाती है और राजस्थान में जो स्थिति है उससे यहां कीमतें और अधिक बढ़ने की संभावना है।
सरसों का चढ़ा भाव
देश के थोक मंडियों में सरसों का भाव 5500 रूपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। महज आठ दिनों के अंदर 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी हुई है। बीते 21 अक्टूबर को इसका भाव 5300 रुपये प्रति क्विंटल था। बाजार की मानें तो इसमें 200 रुपये प्रति क्विंटल की ओर तेजी आ सकती है।
नाफेड ने नीलामी पर लगाई है रोक
कृषि उत्पादों के लिए काम करने वाली राष्ट्रीय संस्था नेशनल एग्रीकल्चर कोआपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी नाफेड ने सरसों की नीलामी पर रोक लगा रखी है। इस रोक के कारण बाजार में सरसों की मांग बनी हुई है, जबकि आपूर्ति नहीं हो पा रही। इस कारण में इसके दर में तेजी दिख रही है।