बीसीसीएल की नौकरी के लिए कराई पति की हत्या
धनबाद बरोरा थाना क्षेत्र के मुराईडीह कॉलोनी में रहनेवाली सोनी देवी ने अपने प्रेमी के साथ मिलक
धनबाद : बरोरा थाना क्षेत्र के मुराईडीह कॉलोनी में रहनेवाली सोनी देवी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ना केवल पति को धोखा दिया बल्कि उसकी हत्या भी करवा दी। उसने इसे अप्राकृतिक मौत का रूप देने का भी प्रयास किया पुलिस के समक्ष उसकी चालाकी नहीं चली। पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के सहारे मामले का खुलासा करते हुए सोनी देवी, उसके प्रेमी नंदलाल महतो तथा सहयोगी रंजीत महतो को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं घटना में शामिल एक और आरोपित पिंटू चौहान उर्फ बोमड़िया की तलाश की जा रही है। सोनी देवी का पति शंकर सिंह बीसीसीएल कर्मी था। उसके स्थान पर अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने तथा बीसीसीएल से मिलनेवाली मोटी राशि के लिए ही पत्नी सोनी देवी ने अपने प्रेमी नंदलाल महतो के साथ मिलकर उसकी हत्या करा दी। पुलिस ने जब तकनीकी जांच करते हुए महिला के पति के मोबाइल कॉल डिटेल्स को खंगाला तो पूरा मामला साफ हो गया।
ग्रामीण एसपी अमित रेणु ने बताया कि मामले को लेकर 26 दिसंबर 2019 को सोनी देवी ने पहले पति की गुमशुदगी की शिकायत बरोरा थाने में की थी। पुलिस छानबीन कर ही रही थी कि 27 दिसंबर को लावारिस हालत में तालाब से शंकर सिंह का शव बरामद हो गया। सोनी देवी के बयान पर मामले को लेकर हादसे की प्राथमिकी दर्ज की गई। एसआइ मनीष कुमार महतो ने जांच शुरू की। जांच के क्रम में मिले साक्ष्य और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह बात स्पष्ट हो गई कि मामला यूडी नहीं बल्कि हत्या का है। इसके बाद सोनी देवी को हिरासत में लिया गया। फिर उसके प्रेमी नंदलाल महतो से पूछताछ हुई। इससे मामले का खुलासा हो गया।
ऐसे हुई थी हत्या
जांच में यह बात सामने आई कि सोनी देवी नंदलाल महतो से प्रेम करती थी। प्रेमी के साथ मिलकर उसने पति की हत्या की साजिश रची। सोनी देवी के प्रेमी नंदलाल महतो ने इस घटना को अंजाम देने के लिए रंजीत महतो (सोनारडीह, बहियारडीह) तथा पिंटू चौहान उर्फ बोमडि़या (सोनारडीह, जोगीडीह कॉलोनी)को रुपये का लालच देकर शामिल किया। 25 दिसंबर 2019 की रात साढ़े आठ बजे शंकर सिंह साइकिल से ड्यूटी जाने के लिए घर से निकला। सोनी देवी ने प्रेमी नंदलाल महतो को इसकी जानकारी दे दी। उसके बाद नंदलाल महतो अपने साथी रंजीत तथा पिंटू चौहान उर्फ बोमडिया को शकर सिंह के ड्यूटी पर जानेवाले रास्ते पर बाइक से लाकर छोड़ दिया। नंदलाल ने उन्हें बोला कि काम हो जाएगा तो खबर कर देना। फिर नंदलाल वहां से चला गया। थोड़ी देर बाद ही उन्हें शंकर साइकिल से आता दिखा। दोनों ने राजाबांध तालाब के पास उसे पकड़ लिया और मारपीट करने लगा। शंकर सिंह ने भागने का प्रयास किया तो पिंटू चौहान ने शंकर के गले में गमछा डालकर खींच दिया। उसके बाद दोनों ने मिलकर लात-घुसा डंडा और से शंकर को पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद दोनों ने शव को तालाब में फेंक दिया। दोनों ने वहीं से नंदलाल महतो को फोन करब ता दिया कि शंकर का काम तमाम हो चुका है। तुरंत नंदलाल ने प्रेमिका सोनी देवी को शंकर की हत्या की सूचना दी। इसके बाद सोनी देवी थाना पहुंची और पति के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।
पति का मोबाइल नंबर देकर फंस गई सोनी
पति की गुमशुदगी की सूचना में सोनी देवी ने पति के उस मोबाइल नंबर का जिक्र किया था जो था तो शंकर सिंह का। लेकिन हत्या के बाद उस फोन को हत्यारों ने सोनी देवी को वापस दे दिया था। तकनीकी जांच में पहले उस नंबर का टावर लोकेशन तालाब के पास मिला लेकिन फिर सोनी देवी के घर का लोकेश मिलने लगा। इस पर पुलिस को संदेह हुआ और सोनी देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू हुई। तब पूरा मामला खुल गया।