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Water Supply Scheme: धनबाद नगर आयुक्त का बड़ा बयान, कहा- पीएचईडी से नगर निगम तक जल माफिया हावी

धनबाद नगर आयुक्त ने मंगलवार को जल कोषांग को सक्रिय कर दिया। इसके पदाधिकारियों को बुलाकर आयुक्त ने पूछा कि सिंदरी क्षेत्र में कुल आमदनी और खर्च में कितना अंतर है। इसपर पदाधिकारी यूजर चार्ज और मासिक मेंटेनेंस खर्च नहीं बता सके। इसके बाद नगर आयुक्त भड़क गए।

By Sagar SinghEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 01:05 PM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 05:06 PM (IST)
Water Supply Scheme: धनबाद नगर आयुक्त का बड़ा बयान, कहा- पीएचईडी से नगर निगम तक जल माफिया हावी
धनबाद नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार। (फाइल फोटो)

धनबाद, जेएनएन। दामोदर नदी से जेएनएनयूआरएम शहरी जलापूर्ति योजना जल्द ही नगर निगम को हैंडओवर हो जाएगा। इसके साथ ही यह जलापूर्ति निगम के अधीन आ जाएगी। संचालन और देखरेख का सारा खर्च निगम उठाएगा। मंगलवार को नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने जल कोषांग को भी सक्रिय कर दिया। इसके पदाधिकारियों को बुलाकर महत्वपूर्ण निर्देश दिया। सबसे पहले नगर आयुक्त ने पूछा कि सिंदरी क्षेत्र में पानी कनेक्शन कितना है, यूजर चार्ज कितना आता है। कुल आमदनी और खर्च में कितना अंतर है। इसपर पदाधिकारियों ने यह तो बता दिया कि सिंदरी में लगभग तीन हजार पानी कनेक्शन है, लेकिन यूजर चार्ज और मासिक मेंटेनेंस खर्च नहीं बता सके। इसके बाद नगर आयुक्त भड़क गए।

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उन्होंने कहा जल माफिया हावी हैं। निगम से लेकर पीएचईडी तक सब लिप्त हैं। कितना पैसा आ रहा है, कहां खर्च हो रहा है कोई हिसाब-किताब ही नहीं है। ऐसा नहीं चलेगा। उन्होंने निर्देश दिया कि पानी कनेक्शन, मासिक यूजर चार्ज, प्रतिमाह रखरखाव पर होने वाले खर्च का ब्योरा प्रस्तुत करें। इतना ही नहीं जिस कनीय अभियंता को जो भी काम दिया गया है, उससे वही काम लिया जाए। सिविल अभियंता सिर्फ सिविल का काम करेगा, जल कोषांग में इसके विशेषज्ञ जेई ही रहेंगे। इसी तरह हर विभाग के अलग-अलग कनीय अभियंता काम करेंगे। इसके लिए बकायदा पत्र जारी करने का निर्देश भी दिया।

नगर आयुक्त ने बताया कि सिंदरी के बाद जामाडोबा का सुधार किया जाएगा। यहां भी वही स्थिति बनी हुई है। दरअसल मंगलवार को पेयजल विभाग और नगर निगम के साथ उपायुक्त ने बैठक की थी। उसके बाद नगर आयुक्त ने यह सब कवायद की। सुबह छह से आठ और शाम चार से पांच नियमित पानी मिले, इस पर जोर होगा।

गांव का कनेक्शन वापस होगा: जेएनएनयूआरएम शहरी जलापूर्ति योजना के तहत जामाडोबा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 31 जलमीनारों से डेड़ लाख घरों को पानी मिलेगा। पेटिया बस्ती से दामोदरपुर तक 31 जलमीनार बनाए गए हैं। इनमें से कई जलमीनार ग्रामीण इलाकों में हैं। यहां पानी का कनेक्शन तक कर दिया गया है। नगर आयुक्त ने गांव में दिए पानी कनेक्शन की सूची बनाकर इसे पेयजल विभाग को सौंपने का निर्देश दिया। कनेक्शन के लिए जो भी शुल्क लिया गया है वो भी पेयजल विभाग को दे दिया जाएगा। नगर निगम सिर्फ निगम क्षेत्र में पानी की व्यवस्था देखेगा।

यहां बनाए गए हैं जलमीनार: सिंदरी पैकेज के अंतर्गत बीआइटी सिंदरी, रांगामाटी, कांड्रा, चासनाला, मोहलबनी से पानी की आपूर्ति जारी है। जामाडोबा से सियालगुदरी तक के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से कुल 31 जलमीनार जुड़े होंगे। इसमें पेटिया गांव, भागाबांध कॉलेज के सामने, केंदुआडीह कसियाटांड़, पुराना एजेंट का बंगला भागाबांध, बीसीसीएल कॉलोनी बिहीबादी, बोर्रागढ़ पुराना बंगला के निकट, पुटकी जीएम ऑफिस, सियालगुदरी, लोयाबाद, न्यू ड्रिप, टाटा सिजुआ, तेतुलमारी, कुस्तौर एरिया बीसीसीएल तेतुलमारी कॉलोनी, निचितपुर मैगजीन घर, बड़की बौआ, पहाड़पुर, दमकारा बरवा, कुर्मीडीह, भेलाटांड़, बगुला, सबलपुर, राजा तलाब, मंझलाडीह और दामोदरपुर शामिल है।


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