मुगमा एरिया ने ईसीएल में कोयला उत्पादन में प्राप्त किया तीसरा स्थान
निरसा/मुगमा ईसीएल मुगमा एरिया ने टीम वर्क व जीएम बीसी सिंह के नेतृत्व मे कोयला उत्पादन में पूरे ईसीएल में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। मुगमा एरिया के उप महाप्रबंधक अभिजीत गंगोपाध्याय ने इसके लिए सभी कर्मियों को बधाई दी है।
निरसा/मुगमा : ईसीएल मुगमा एरिया ने टीम वर्क व जीएम बीसी सिंह के नेतृत्व मे कोयला उत्पादन में पूरे ईसीएल में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। मुगमा एरिया के उप महाप्रबंधक अभिजीत गंगोपाध्याय ने इसके लिए सभी कर्मियों को बधाई दी है। शुक्रवार को उन्होंने मुगमा गेस्ट हाउस में प्रेसवार्ता में कहा कि टीमवर्क के आधार पर और बेहतर प्रदर्शन कर मुगमा क्षेत्र को स्वर्णिम दौर में ले जाने का प्रयास जारी रखेंगे। हमनें कर गुरुवार को एक दिन मैं 11 हजार 16 टन कोयला उत्पादन कर ईसीएल जोन मैं उत्पादन में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। 48 हजार 87 टन कोयला उत्पादन कर राजमहल परियोजना प्रथम, 19 हजार 40 टन कोयला उत्पादन कर सोनपुर बजारी दूसरे और 11 हजार 16 टन कोयला उत्पादन कर मुगमा क्षेत्र ने तीसरे स्थान पर रहा। हालांकि 30 मार्च को मुगमा क्षेत्र ने 13 हजार टन कोयला उत्पादन किया था। ईसीएल मुख्यालय में प्रतिदिन सभी क्षेत्रों का कोयला उत्पादन कितना हुआ, इसका ब्यौरा जाता है। हमने यह लक्ष्य तब प्राप्त किया है जब हमारा चापापुर एवं कापासारा ओसीपी उत्पादन नहीं हो रहा था। कई नए ओसीपी खोलने व चालू ओसीपी का विस्तारीकरण किया जाएगा। राजपुरा ओसीपी में हाईवॉल तकनीक के माध्यम से कोयला निकाला जाएगा। कुमारधुबी में भूमिगत खदान से ओसीपी के माध्यम से कोयला निकालने की योजना पर मंथन चल रहा है। बहुत जल्द इस पर निर्णय आ जाएगा। बैजना खुशरी ओसीपी चालू करने की सारे कागजी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इसके अलावा भी कई नए ओसीपी खदानें चालू करने की दिशा में प्रयास जारी है। नई ओसीपी चालू होने से कोयला का उत्पादन और तेजी से होगा।