Obhs Monitoring System: सेल्फी बताएगी ट्रेनों में सफाई की कहानी
रेलवे में ओबीएचएस यानी ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सेवा बहाल है। इसके तहत आउटसोर्सिंग पर बहाल कर्मचारी कोच और टॉयलेट की सफाई रनिंग ट्रेनों में करते हैं।
धनबाद, तापस बनर्जी। ट्रेनों में सफर के दौरान अगर आपको आउटसोर्सिंग पर बहाल सफाई कर्मचारी सेल्फी लेते दिखे तो चौंके नहीं। वह ऐसा अपने शौक से नहीं करेगा, बल्कि रेलवे ने उसे ऐसा करने का निर्देश जारी किया है।
जी हां, लंबी दूरी की टे्रनों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए रेलवे में ओबीएचएस यानी ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सेवा बहाल है। इसके तहत आउटसोर्सिंग पर बहाल कर्मचारी कोच और टॉयलेट की सफाई रनिंग टे्रनों में करते हैं। उनकी शिफ्ट में ड्यूटी रहती है। पर कई बार शिकायत मिलती है कि ट्रेन में सफाई कर्मचारी नहीं हैं। उनके नहीं रहने से कोच और टॉयलेट में गंदगी बिखरी है। इसकी मॉनीटरिंग के लिए ही रेलवे ने सेल्फी का नायाब तरीका ढूंढ़ निकाला है। इसे लेकर लेकर रेलवे बोर्ड के प्रधान एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पर्यावरण प्रबंधन आलोक कुमार तिवारी ने सभी जोनल रेलवे को आदेश जारी कर दिया है।
क्या है आदेश
सफाई कर्मचारियों की मॉनीटरिंग के लिए अब तक कारगर प्रणाली विकसित नहीं हो सकी है। ऐसे में उनकी उपस्थिति की निगरानी के लिए एप्लीकेशन आधारित मॉड्यूल तैयार किए जाएं। प्रत्येक सफाई कर्मचारी उनके द्वारा किए जा रहे काम की सेल्फी लेकर भेजें ताकि उनके काम की मॉनीटरिंग होती रहे।
सफाई कर्मचारियों के लिए जारी निर्देश
- सफाई कर्मचारी काम शुरू होने से पहले और काम के बाद सफाई की स्थिति से जुड़ी सेल्फी लेनी होगी। सेल्फी के साथ लोकेशन, डेट और टाइम भी लिखकर तस्वीरें भेजनी होगी।
- समय-समय पर ऐसी सेल्फी भी लेनी होगी जिसमें यात्री और निरीक्षण करने वाले अधिकारी भी होंगे। जिस यात्री के साथ सेल्फी भेजेंगे उनका पीएनआर नंबर भी देना होगा।
- आवश्यक होने पर उस पीएनआर नंबर वाले यात्री से कोच और टॉयलेट की सफाई व्यवस्था से जुड़ी जानकारी भी ली जाएगी।
- सफाई कर्मचारियों को जीपीएस से लैस स्मार्ट फोन साथ रखना होगा।
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