धनबाद में विधायक निधि की राशि खर्च करने में पूर्णिमा-मथुरा पीछे, भाजपा विधायकों ने 90% से ज्यादा राशि खर्ची
2021-22 के आंकड़ों के अनुसार विपक्षी दल यानी भाजपा से जुड़े विधायकों ने जहां औसतन 90 प्रतिशत से अधिक राशि की योजनाओं की अनुशंसा की है वहीं सत्ताधारी दलों से जुड़े दोनों विधायकों पूर्णिमा नीरज सिंह व मथुरा प्रसाद महतो ने औसतन 67 प्रतिशत राशि ही खर्च की है।
धनबाद [अजय कुमार पांडेय]: विधायक निधि की राशि खर्च करने में जिले में सत्ताधारी विधायकों का प्रदर्शन खराब है। वहीं भाजपा के विधायक इस मामले में अव्वल दिख रहे हैं। विधायक निधि से अनुशंसित योजनाओं व उनके क्रियान्वयन से संबंधित 2021-22 के आंकड़ों के अनुसार, विपक्षी दल यानी भाजपा से जुड़े विधायकों ने जहां औसतन 90 प्रतिशत से अधिक राशि की योजनाओं की अनुशंसा की है, वहीं सत्ताधारी दलों से जुड़े दोनों विधायकों पूर्णिमा नीरज सिंह व मथुरा प्रसाद महतो ने औसतन 67 प्रतिशत राशि ही खर्च की है।
पिछले वित्तीय वर्ष में सभी छह विधायकों को मिलाकर 24 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। इसमें से विधायकों ने 20.21 करोड़ रुपये की कुल 1,129 विकास योजनाओं की अनुशंसा की। वहीं अबतक 10.24 करोड़ रुपये का ही काम शुरू हो पाया। यानी 49.3 प्रतिशत योजनाएं अबतक धरातल पर ही नहीं उतरीं।
टुंडी विधायक मथुरा महतो का खराब प्रदर्शन
सबसे खराब प्रदर्शन टुंडी से झामुमो के विधायक मथुरा महतो का रहा। इन्होंने महज 68 प्रतिशत राशि खर्च करने की अनुशंसा की। इसमें से केवल तीन प्रतिशत योजनाओं का ही काम पूरा हो सका। वहीं झरिया से कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह भी काम कराने के मामले में फिसड्डी रही। इन्होंने 67 प्रतिशत राशि की अनुशंसा की, लेकिन अबतक इनकी 57 प्रतिशत योजनाएं ही पूरी हो पाई।
राज सिन्हा का प्रदर्शन सबसे बेहतर
इस दौरान विपक्षी दलों के विधायकों ने ना सिर्फ सबसे ज्यादा योजनाओं की अनुशंसा की, बल्कि अपने कोटे का काम भी पूरा करवाया। विधायक निधि के तहत सबसे ज्यादा राशि की योजनाओं की अनुशंसा करने में धनबाद विधायक राज सिन्हा अव्वल रहे। इन्होंने 95.5 प्रतिशत राशि खर्च करने की अनुशंसा करते हुए 78.5 प्रतिशत काम को भी पूरा कराया।
मामले में डीडीसी शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि सिविल वर्क से जुड़ी योजनाओं का काम ही अधूरा पड़ा हुआ है। दरअसल, निर्माण के उपयोग आनेवाली सामग्रियों की कीमत काफी बढ़ गई है। इसलिए इनका काम पूरा नहीं हो पाया। इसे लेकर राज्य सरकार से मार्गदर्शन मांगा गया है। उन्होंने कहा कि मार्गदर्शन मिलते ही काम पूरा कर लिया जाएगा।
इस वित्तीय वर्ष में एक प्रतिशत राशि भी खर्च नहीं
वहीं वर्ष 2022-23 के लिए भी विधायकों की विकास निधि के चार-चार करोड़ रुपये प्राप्त हो गए हैं। अभी तक किसी विधायक ने इस राशि में से खर्च के लिए कोई अनुशंसा नहीं की है।
जानें किस विधायक ने कितनी राशि खर्च की
राज सिन्हा, धनबाद - 95.50 प्रतिशत राशि की अबतक अनुशंसा की, 21.50 प्रतिशत काम अभी बाकी है।
मथुरा प्रसाद महतो, टुंडी - 68.00 प्रतिशत राशि की अबतक अनुशंसा की, 97.40 प्रतिशत काम अभी बाकी है।
अपर्णा सेनगुप्ता, निरसा - 93.72 प्रतिशत राशि की अबतक अनुशंसा की, 53.50 प्रतिशत काम अभी बाकी है।
इंद्रजीत महतो, सिंदरी- 86.75 प्रतिशत राशि की अबतक अनुशंसा की, 43.20 प्रतिशत काम अभी बाकी है।
पूर्णिमा नीरज सिंह, झरिया - 67.25 प्रतिशत राशि की अबतक अनुशंसा की, 47.20 प्रतिशत काम अभी बाकी है।
ढुलू महतो, बाघमारा - 94.13 प्रतिशत राशि की अबतक अनुशंसा की, 53.20 प्रतिशत काम अभी बाकी है।