विधानसभा चुनाव से पहले शिलान्यास कर भूल गए विधायकजी, साहब को फुरसत नहीं Dhanbad News
भूली मोड़ से आरा मोड़ तक एक दर्जन जगहों पर सड़क पर गड्ढ़े बन गए हैं। लगभग दो लाख की घनी आबादी वाले वासेपुर में गाडिय़ां रेंगती हैं। बारिश में सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है।
भूली, जेएनएन। आम बगान से भूली डी ब्लॉक तक की सड़क जर्जर होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क की हालत जर्जर है। हल्की बारिश हो गई तो सड़क का चेहरा और बिगड़ जाता है। विधानसभा चुनाव से पहले सड़क का शिलान्यास हुआ था। उसके बाद से न तो जनप्रतिनिधि को इस सड़क का ख्याल आया और न ही पथ प्रमंडल के अधिकारी को झांकने की फुरसत मिली।
कहते हैं लोग
सड़क जर्जर हो चुकी है। हर दिन दुर्घटना होती है। गड्ढ़ों में पानी भरने से वाहन चालकों को अंदाजा नहीं मिलता और गिरकर चोटिल होते हैं। चुनाव से पूर्व रोड का शिलान्यास हुआ था। काम अब तक शुरू भी नहीं हुआ।
-दिनेश यादव
हल्की बारिश में ही सड़क तालाब बन जाती है। बारिश में गड्ढ़ों में पानी भर जाने के कारण इसमें चलना और भी मुश्किल हो जाता है। चुनाव के समय लगा था कि अब परेशानी दूर होनेवाली है। मगर अब तक कोई झांकने भी नहीं आया।
-सरयू सिंह
जरा संभलना, बड़े गड्ढ़े हैं इस राह में
रास्ते कठिन हैं, चलना जरा संभल के...। जी हां, शहर के बीचोंबीच बसा मुस्लिम बहुल इलाका वासेपुर में सड़कें बुरी तरह टूट-फूट चुकी हैं। भूली मोड़ से आरा मोड़ तक एक दर्जन जगहों पर सड़क पर गड्ढ़े बन गए हैं। लगभग दो लाख की घनी आबादी वाले वासेपुर में गाडिय़ां रेंगती हैं। बारिश होने पर तो सड़कों पर चलना बेहद मुश्किल हो जाता है।
चार साल पहले बनी थी सड़क
वासेपुर की सड़क चार साल पहले बनी थी। सड़क बनने के बाद से एक बार भी मरम्मत नहीं हुई। अनदेखी की वजह से सड़क की सूरत बिगड़ती गई। अगर सड़क की मरम्मत जल्द नहीं की गई तो पैदल चलना भी मुश्किल हो जाएगा। सड़क की स्थिति से आम नागरिक काफी आक्रोशित हैं। जिला प्रशासन से सड़क को दुरुस्त करने की गुजारिश कर रहे हैं।