निरसा में गठबंधन नहीं, अपना प्रत्याशी देगा झामुमो
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संस, निरसा/कालूबथान : झारखंड राज्य का भला झारखंड मुक्ति मोर्चा ही कर सकता है। राज्य के बाहर के मुख्यमंत्री ने बीते पांच वर्ष में राज्य में लूट मचा रखी है। जल, जंगल और जमीन पर हमारा अधिकार छीनने का षड्यंत्र चल रहा है। इससे निजात पाने का सबसे अच्छा मौका विधानसभा चुनाव है। चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी विजयी बनाएं ताकि आपके मान सम्मान की रक्षा की जा सके। यह बात झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री झामुमो के वरिष्ठ नेता स्टीफन मरांडी ने गुरुवार को निरसा प्रखंड के भालपहाड़ी, कलियासोल में समर्थकों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि विकास का मापदंड सिर्फ भवन बनाना नहीं होता है। निरसा प्रखंड में पांच बड़े-बड़े अस्पताल का भवन बनकर तैयार हैं, परंतु चिकित्सक नहीं रहने से यहां के गरीबों का इलाज नहीं हो पा रहा। विद्यालय भवन बन गए परंतु शिक्षकों के अभाव में बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। शिक्षा का बेड़ा गर्ग करने के लिए सरकार ने राज्य में लगभग 20 हजार से अधिक विद्यालयों का विलय कर दिया।
उन्होंने कहा कि मांझी परगना, मांझी हड़ाम, नाइकी हड़ाम इत्यादि को प्रतिमाह मानदेय हमारी सरकार ने लागू किया था। यह संथाल परगना में लागू है। इसे पूरे राज्य में लागू किया जाना है। परंतु वर्तमान सरकार की उदासीनता के कारण अब तक इसमें सफलता नहीं मिली है। निरसा के विधायक आदिवासियों को ठगने के लिए इसका श्रेय लेना चाहते हैं। कहा कि निरसा विधानसभा क्षेत्र से झामुमो अपना प्रत्याशी देगा। महागठबंधन चुनाव के पूर्व साकार रूप लेगा। इसपर राजनीतिक दलों से चर्चा हो रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के 65 प्लस की हवा निकल जाएगी। पांच वर्षो में सरकार ने सिर्फ घोषणाएं की है। धरातल पर एक भी योजना नहीं उतर सकी है। अशोक मंडल, उपेंद्रनाथ पाठक, लखी सोरेन, राम सोरेन, प्रशांत हेंब्रम, ठाकुर मांझी, दुलाल चक्रवर्ती, देवेन टुडू, रामकुमार मरांडी, धनंजय सोरेन ने भी सभा को संबोधित किया।