पीएमसीएच में जांच को पहुंची एमसीआइ की टीम, प्राचार्य का दावा- जरूरी संसाधन किया गया विकसित Dhanbad News
PMCH में संसाधनों का निरीक्षण करने एमसीआइ की तीन सदस्सीय टीम पहुंची। टीम के आने की सूचना पर कॉलेज में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डॉक्टर व कर्मचारी कॉलेज पहुंचे।
धनबाद, जेएनएन। पीएमसीएच में संसाधनों का निरीक्षण करने शुक्रवार को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की तीन सदस्सीय टीम पहुंची। टीम सुबह नौ बजे कॉलेज पहुंची। टीम के आने की सूचना पर कॉलेज में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डॉक्टर व कर्मचारी कॉलेज पहुंचे। अगस्त में पीएमसीएच में 50 सीटों पर एमबीबीएस का नामांकन हुआ था। तब शिक्षकों व कुछ संसाधनों की कमी थी। इसको ठीक करने के लिए पीएमसीएच प्रबंधन ने दो माह का वक्त लिया था।
दो माह पूरे होने पर इन्ही संसाधन को देखने एमसीआइ टीम पीएमसीएच पहुंची है। फिलहाल तीन सदस्सीय टीम तीन भागों में बंट कर निरीक्षण कर रही है। एक सदस्य कालेज, दूसरा हॉस्टल व तीसरे अस्पताल में निरीक्षण कर रहे हैं। मौके पर प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र कुमार, अधीक्षक डॉ. एके चौधरी, डॉ. एचके सिंह, डॉ. संजय कुमार सिन्हा, डॉ. सीएस सुमन, डॉ. विनित तिग्गा आदि मौजूद थे।
शर्त के साथ बढ़ी थीं सीटें
50 से 100 करने के लिए एमसीआइ ने शर्तें रखी थीं। शर्त थी कि छह माह के अंदर शिक्षकों की कमी पूरी कर लेनी है, जबकि संसाधन वर्ष भर में विकसित कर लेने हैं। सरकार व विभाग ने तब शर्त मान ली, लेकिन आज तक शिक्षकों की कमी पूरी नहीं हो पायी है। इसी तरह हर वर्ष सरकार एमसीआइ को वायदा करती रही और वर्ष 2014, 2015 व 2016 में सौ सीटों पर नामांकन ले ली, लेकिन शिक्षकों की कमी पूरी नहीं हुई। इस वर्ष 2017 में नाराज होकर एमसीआइ ने सीटें 50 कर दी। अब 50 सीटों पर भी तलवार लटक गयी है।
पीएमसीएच में सभी संसाधन विकसित करने का दावा
पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र कुमार ने कहा कि एमसीआइ की तीन सदस्यी टीम निरीक्षण करने अस्पताल पहुंची है। 50 सीटों के लायक दो संसाधन हैं, उसका निरीक्षण कर रही है। अस्पताल में सभी संसाधन विकसित कर लिये गये हैं।