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जानिए सर्दी के माैसम में भी कोयलांचल में गंभीर जल संकट के प्रमुख कारण

मैथन से भेलाटांड़ के बीच पानी की चोरी, अनियमित बिजली, पुराने मोटर, विभागों में सामंजस्य का अभाव धनबाद शहर में जलापूर्ति समस्या के कारण निकलकर सामने आ रहे हैं।

By mritunjayEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 12:02 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 12:02 PM (IST)
जानिए सर्दी के माैसम में भी कोयलांचल में गंभीर जल संकट के प्रमुख कारण
जानिए सर्दी के माैसम में भी कोयलांचल में गंभीर जल संकट के प्रमुख कारण

धनबाद, जेएनएन। गर्मी में जलापूर्ति की समस्या समझ में आती है, पर ठंड में जब लोगों को पानी के लिए सड़क पर उतरना पड़े तो इससे बड़ी परेशानी और क्या हो सकती है। धनबाद शहर की साढ़े चार लाख आबादी को ठंड में भी जलापूर्ति की समस्या झेलनी पड़ी। इस मौसम में शहरवासी अनियमित जलापूर्ति की समस्या झेलते रहे और आगे अभी राहत मिलता नहीं दिख रहा है। ऐसा इसलिए कि जलापूर्ति समस्या के विभिन्न कारणों का समाधान नहीं निकाला जा रहा है। 

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मैथन से भेलाटांड़ के बीच पानी की चोरी, अनियमित बिजली, पुराने मोटर, विभागों में सामंजस्य का अभाव धनबाद शहर में जलापूर्ति समस्या के कारण निकलकर सामने आ रहे हैं। मंगलवार को ही शहर में पांच इलाकों में पानी नहीं चला। गोल्फ ग्राउंड, पुराना बाजार, भुदा, वासेपुर व स्टीलगेट जलमीनार क्षेत्र में जलापूर्ति नहीं हुई। सोमवार को मैथन डैम से सात घंटा लेट पानी छोडऩे के कारण सभी जगह जलापूर्ति नहीं हो सकी। वैसे यह रोज-रोज की समस्या है। शहर में 19 जलमीनार हैं। किसी दिन सभी जलमीनारों में जलापूर्ति नहीं होती है। 

अनियमित जलापूर्ति के महत्वपूर्ण कारण 

1. रास्ते में 40 फीसद पानी की चोरी 

मैथन डैम से भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचते-पहुंचते करीब 40 प्रतिशत पानी की चोरी रास्ते में हो जाती है। रास्ते में मेन राइजर पाइप से पानी चोरी कर निकाल लिया जाता है। इस कारण भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पूरा पानी नहीं पहुंच पाता है। प्लांट का 77 एमएलडी पानी स्टोरेज की क्षमता है, पर 37 से 40 एमएलडी पानी पहुंच रहा है। 

2. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट व इंटेकवेल में निर्बाध जलापूर्ति नहीं 

अनियमित जलापूर्ति के लिए बिजली की कमी भी एक कारण है। भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट व मैथन डैम इंटेकवेल में निर्बाध बिजली आपूर्ति प्लांट को निर्बाध बिजली आपूर्ति आवश्यक है, जो नहीं मिलता है। सोमवार को मैथन इंटेकवेल में सुबह 11 से 3 बजे तक बिजली कटी रही। भेलाटांड़ प्लांट में भी नियमित बिजली नहीं रहती है। 

3. मोटर हो चुके पुराने, कभी बैठ सकते हैं

मैथन इंटेकवेल और भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लगे मोटर पुराने हो चुके हैं, जो कभी बैठ सकते हैं। भेलाटांड़ में आठ में से पांच मोटर ही चालू हालत में है। पांच चालू मोटर भी बारी-बारी से मरम्मत कराकर चलाए जा रहे हैं। इसी तरह मैथन में चार में से एक मोटर पूरी तरह बैठक चुका है। नए मोटर के लिए पेयजल विभाग द्वारा 3.48 करोड़ का बजट बनाया गया है, लेकिन उसको अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। विभागीय सूत्रों के अनुसार मोटर को दुरुस्त नहीं किया गया, तो गर्मी में संकट और गहरा सकता है। 

4. निगम व पेयजल विभाग में परस्पर सामंजस्य की कमी 

जलापूर्ति को लेकर निगम व पेयजल विभाग में सामंजस्य का अभाव है। पेयजल विभाग जलापूर्ति के संचालन तो निगम जल संयोग तक सीमित है। पेयजल विभाग जलापूर्ति को संचालन देना चाहता है, पर निगम के पास पर्याप्त संसाधन नहीं है कि वह इसका संचालन कर सके। 

इस नंबर पर पानी की लें जानकारीः शहर में जलापूर्ति संबंधी जलापूर्ति के लिए नगर निगम में कॉल सेंटर खोला गया है। कॉल सेंटर के 9234389777 नंबर पर जलापूर्ति के समय व जलापूर्ति संबंधी अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

अनियमित जलापूर्ति के कई कारण हैं। 40 प्रतिशत पानी मेन राइजर पाइप से चोरी होती है। पुराने मोटर जवाब दे रहे हैं। बिजली भी नियमित नहीं रहती है। इन सबका समाधान आवश्यक है। 

- हरेंद्र मिश्रा, कार्यपालक अभियंता, पेयजल विभाग 


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