10 हजार उपभोक्ता उधार का पी रहे पानी, चार करोड़ जलदर बकाया
धनबाद झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार (झमाडा) में पानी का उपयोग कर रहे लोग जलदर देने में आनाकानी कर रहे हैं।
धनबाद : झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार (झमाडा) में पानी का उपयोग कर रहे लोग जलदर देने में आनाकानी कर रहे हैं। नतीजा यह निकल रहा है कि उपभोक्ताओं पर झमाडा का जलदर मद में चार करोड़ रुपये से अधिक बाकी है। इस बकाया की वसूली के लिए विभाग रेस हो गया है। झमाडा के तकनीकी सदस्य इंद्रेश शुक्ला के अनुसार जलदर मद में जल उपभोक्ताओं पर बड़ी मात्रा में राशि बकाया है। काफी समय से इसकी वसूली नहीं हो सकी है। कैंप लगाकर जलदर वसूला जा रहा है। चार अलग-अलग टीमें बनाकर सभी को टास्क दिया गया है। प्रत्येक सप्ताह हर अंचल से 50 हजार जलकर वसूलने का लक्ष्य दिया गया है। हर हाल में लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया है। हालांकि वसूली काफी कम हो रही है। विभाग के अनुसार जलदर नहीं देने वाले उपभोक्ताओं की सूची बनाई जा रही है। एक अनुमान के तहत लगभग दस हजार उपभोक्ताओं पर जलदर बाकी है।