ईद पर मुस्लिम युवक को इस छात्रा ने दी जिंदगी की ईदी
नेहा ने ईद पर जिंदगी की जंग लड़ रहे एक मुस्लिम युवक को नई जिंदगी की सौगात दी।
जागरण संवाददाता, धनबाद। धार्मिक आधार पर लोगों को बंटने में ज्यादा देर नहीं लगती। जरा-जरा सी बातों पर तनाव पसर जाता है, लेकिन जब किसी की जान बचाने की जरूरत होती है तो बहुत कम लोग ही सामने आते हैं। ऐसे ही कम लोगों में हैं झरिया की छात्रा नेहा साहू। नेहा ने ईद के मौके पर जिंदगी की जंग लड़ रहे एक मुस्लिम युवक को रक्तदान कर नई जिंदगी की सौगात देने का प्रयास किया।
गोविंदपुर का युवक असलम सरायढेला के एक निजी अस्पताल में दो दिनों से इलाजरत हैं। वह सेरेब्रल मलेरिया से पीड़ित है। उसकी स्थिति काफी गंभीर है। शरीर में खून की भी बेहद कमी हो गई है। इलाज कर रहे डॉक्टरों ने परिजनों को उनकी जान बचाने के लिए तत्काल रक्त का इंतजाम करने को कहा। परिजनों ने काफी प्रयास किया लेकिन ब्लड बैंकों से जरूरत का ग्रुप ए पाजिटिव रक्त नहीं मिल पाया। दरअसल, कम होने के कारण जिले के ब्लड बैंकों में खून का बहुत कम स्टाक बचा है। इस कारण जरूरतमंदों को समय पर खून नहीं मिल पाता।
खून का इंतजाम नहीं होने से परेशान असलम के परिजनों ने महादान के सदस्यों से संपर्क किया। इसके बाद नेहा साहू को सूचना दी गई वह तत्काल के लिए जालान अस्पताल पहुंच गई। जालान अस्पताल के ब्लड बैंक में उसने असलम के लिए किया। अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, असलम की स्थिति में सुधार तो हो रहा है पर अभी भी उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
यह भी पढ़ेंः प्रेमी ने किया महिला का यौन शोषण, पति ने भी ठुकरा दिया
यह भी पढ़ेंः युवती की मांग में जबरन भर दिया सिंदूर, बनाए संबंध