झारबारा पहाड़ से नीचे बसे गांवों में थम नहीं रहा हाथियों का आतंक Dhanbad News
दुर्गापुर निवासी उपेंद्र सोरेन की खलिहान में घुसकर लगभग 50 मन धान खा गए। मंझलाडीह निवासी नाजिर हेंब्रम की खलिहान व खेत में घुसकर धान की फसलों को नुकसान पहुंचाया।
निरसा, जेएनएन। निरसा के झाराबारा पहाड़ पर डेरा जमाए जंगली हाथियों का उत्पात रूकने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार की रात झुंड में शामिल कुछ हाथियों ने पहाड़ी से नीचे बसे दुर्गापुर, मंझलाडीह व रघुनाथपुर में जमकर उत्पात मचाया।
दुर्गापुर निवासी उपेंद्र सोरेन की खलिहान में घुसकर लगभग 50 मन धान खा गए। मंझलाडीह निवासी नाजिर हेंब्रम की खलिहान व खेत में घुसकर धान की फसलों को नुकसान पहुंचाया। उसी गांव में सरला किस्कू की चाहरदीवारी क्षतिग्रस्त कर दिया। बाद में ग्रामीणों ने हो-हल्ला मचाया और मशाल जलाया। उसके बाद हाथी पहाड़ पर चले गए। ग्रामीणों का कहना है कि जंगली हाथियों के झुंड के डर से वे लोग रतजगा कर रहे हैं। हमलोग आतंकित रहते हैं कि रात में कब हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश कर जान माल का नुकसान ना पहुंचा दे। वन विभाग के कर्मी भी हाथियों को भगाने के लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं कर रहे। आखिर कब तक हम लोग डर व भय के माहौल में रहे।