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श्मशान से लाैटा दलित का शव, 24 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार

मृतक के पुत्र लालधारी दास ग्रामीणों संग अपने पिता का शव लेकर छोटा पिछड़ी के श्मशान घाट गए। तभी वहां कुछ दबंग आ धमके। इन दबंगों ने शव जलाने से रोक दिया।

By mritunjayEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 12:24 PM (IST)Updated: Wed, 22 May 2019 02:47 PM (IST)
श्मशान से लाैटा दलित का शव, 24 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार

धनबाद, जेएनएन। श्मशान घाट की जमीन के मालिकाना को लेकर उत्पन्न विवाद के कारण एक दलित के मृत्यु के  बाद 24 घंटे से ज्यादा समय तक उसके शव को अंतिम संस्कार लटका रहा। मृतक के परिजन शव को अपने घर में रखे रहे। पुलिस प्रशासन के दबाव और स्थानीय प्रबुद्ध लोगों के हस्तक्षेप के बाद शव का मंगलवार की रात अंतिम संस्कार किया जा सका है।

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धनबाद शहर से सटे बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के छोटा पिछड़ी गांव के दास टोला निवासी टेपा दास की सोमवार को मृत्यु हो गई। मृतक के पुत्र लालधारी दास ग्रामीणों संग अपने पिता का शव लेकर छोटा पिछड़ी के श्मशान घाट गए। तभी वहां कुछ दबंग आ धमके। इन दबंगों ने शव जलाने से रोक दिया। लोगों ने लाख मिन्नत की, लेकिन वे नहीं मानें। दबंगों ने मृतक के परिजनों के साथ हाथापाई भी की। लालधारी अपने पिता का शव लेकर वापस घर आ गए। इस सूचना पर लोगों का जुटान हुआ। सदर अनुमंडल पदाधिकारी को मामले की सूचना दी गई। सूचना पर बरवाअड्डा थाना पुलिस मंगलवार को गांव पहुंची। ग्रामीणों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। इस पर भी दबंगों ने बात नहीं मनी। बाद में मुखिया, ग्रामीण, स्थानीय नेता सभी के समझाने बुझाने के बाद उसी स्थान पर अंतिम संस्कार हुआ।

बरवाअड्डा थाना प्रभारी जेके जायसवाल ने बताया कि तालाब के पास काफी लंबे समय से लोग शवों का अंतिम संस्कार किया करते थे। जिस जमीन पर शव जलाया जाता था वह रैयती है। अब जमीन मालिक शिवपूजन गोप ने वहां बाउंड्री वाल निर्माण का कार्य प्रारंभ किया है। इसलिए शव जलाने से मना किया गया।

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