Migrant Crisis: कमीशन के लिए सप्लायर ने मजदूरों को आंध्र से लाकर बंगाल में बनाया बंधक, बाप ने बेटे-भतीजे की रिहाई की लगाई गुहार
ढोढरी गांव निवासी छोटेलाल मिर्धा ने अपने बेटे और भतीजे की रिहाई के लिए बोआरीजोर थाना में शिकायत दर्ज कराई है। प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी है।
गोड्डा, जेएनएन। जिले के बोआरीजोर थाना क्षेत्र के ढोढरी गांव के निवासी छोटेलाल मिर्धा ने पुलिस से अपने बेटे और भतीजे की रिहाई की गुहार लगाई है। मिर्धा के बेटे और भतीजे को एक मजदूर सप्लायर ने आंध्रप्रदेश से वापस बुलाकर मालदा (प.बंगाल) में अपने कब्जे में रखा है। सप्लायर का नाम अब्दुल लतीफ है जो मेहरमा के श्रीपुर निवासी मनिंदो मंडल के माध्यम से आंध्र प्रदेश में मजदूरों को कमीशन के आधार पर विभिन्न कंपनियों में सप्लाई करता है। लतीफ का कहना है कि मनिंदो मंडल के पास उसका सात लाख बकाया है। इस कारण वह मंडल के मजदूरों को अपने कब्जे में रखा है। दो सप्लायरों के बीच पैसे के विवाद का खामियाजा प्रवासी मजदूर भुगत रहे हैं।
बोआरीजोर थाना क्षेत्र की जमुझरना पंचायत के ढोढरी गांव के छोटेलाल मिर्धा ने अपने 20 वर्षीय पुत्र कारण मिर्धा और भतीजे 18 वर्षीय रघु मिर्धा को मजदूरी करने के नाम पर सप्लायर मनिंदो मंडल के माध्यम से चार माह पूर्व आंध्र प्रदेश भेजा था। लॉकडाउन के बाद जब छोटेलाल ने अपने पुत्र और भतीजे की वापसी के लिए दलाल मनिंदो से बात की तो वह टाल मटोल करता रहा। इस बीच अब्दुल लतीफ ने फोन पर बताया कि दोनों लड़का उसके पास है। मनिंदो मंडल जब तक उधार की रकम सात लाख रुपए नहीं चुकाता है तबतक वे उसके दोनों लेबर को नहीं छोड़ेगा।
छोटेलाल मिर्धा ने बोआरीजोर थाना में दर्ज कराई शिकायत
ढोढरी गांव निवासी छोटेलाल मिर्धा ने अपने बेटे और भतीजे की रिहाई के लिए बोआरीजोर थाना में शिकायत दर्ज कराई है। प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी है।
मिर्धा के बेटे और भतीजे के साथ ही अन्य प्रवासी मजदूरों की रिहाई के लिए प्रयास जारी है। जल्द ही मजदूरों की दलाली करने वालों की गिरफ्तारी होगी। इसके लिए मालदा पुलिस से संपर्क किया गया है।
-नारायण तुबिद, थाना प्रभारी, बोआरीजोर।