सरना स्थलों की मिट्टी अयोध्या भेजे जाने को लेकर शुरू हुई राजनीति, सोनोत संताल समाज ने किया विरोध Dhanbad News
टुडू ने कहा कि समाज किसी भी सूरत में सरना स्थल की मिट्टी नही देगी। संताल आदिवासी परंपरावादी है। परंपरा का पूर्णतः पालन करने वाले लोग है। परंपरा से छेड़छाड़ बर्दाशत नही है।
धनबाद, जेएनएन। राम मंदिर निर्माण के लिए झारखंड के सरना स्थलों की मिट्टी को विश्व हिंदू परिषद अयोध्या ले जाने की घोषणा की है। इस घोषणा का सोनोत संताल समाज ने विरोध किया है। सोनोत संताल समाज के केंद्रीय समिति की ओर से तेलीपाड़ा स्थित दिशोम जाहेर थान प्रांगण में शनिवार को प्रेस वार्ता कर समिति के केंद्रीय संयोजक अनिल कुमार टुडु ने बताया कि यह आदिवासी परंपरा के विपरीत है।
टुडू ने कहा कि समाज किसी भी सूरत में सरना स्थल की मिट्टी नही देगी। संताल आदिवासी परंपरावादी है। परंपरा का पूर्णतः पालन करने वाले लोग है। परंपरा से छेड़छाड़ बर्दाशत नही है। सरना स्थल की मिट्टी को अयोध्या ले जाने का समाज विरोध करती है। उन्होंने बताया संताल आदिवासी प्रकृति पूजक है मूर्ति पूजक कतई नही है। इसलिए सरना धर्म के लोग हिन्दू नही है हमारी परंपरा अलग है।
उन्होंने कहा सरना स्थल की मिट्टी लेना विश्व हिंदू परिषद का यह मात्र एक ढोंग है। हर बार सरना स्थल से ली गई मिट्टी को कूड़ेदान में ही फेंक दिया जाता है। आदिवासी परंपरा , धर्म के साथ यह खिलवाड़ नही होने देंगे। लोग सरना स्थल की निगरानी रखेंगे। जिले में कुल चार सौ सरना स्थल है। इस दौरान समिति के केंद्रीय संयोजक सदस्य सुकलाल मरांडी , रतिलाल टुडू , अंजय हांसदा , नरेश टुडू आदि उपस्थित थे।