तरबूज की तरह है अरूप, बाहर हरा अंदर लाल : अमर बाउरी
अंत्योदय यात्रा नमें पहुंचे मंत्री अमर बाउरी ने निरसा विधायक पर हमला बोला है।
संस, निरसा : भाजपा का अंत्योदय संदेश यात्रा के छठे दिन सोमवार को बेनागोड़िया मंडल के सोनबाद पंचायत के जोराडीह पहुंचा। जहां कार्यकर्ताओं ने बारिश के बीच यात्रा का स्वागत किया। यात्रा में झारखंड सरकार के भू-राजस्व मंत्री अमर बाउरी भी सम्मिलित हुए। जोराडीह हरि मंदिर में जनसभा का आयोजन किया गया।
निरसा विधायक अरूप चटर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे तरबूज की तरह बाहर से हरा अंदर से लाल दिखते हैं। निरसा में इनका अलग रंग दिखता है और राज्यसभा चुनाव के समय अलग रंग में दिखते हैं। ऐसे नेता को 2019 चुनाव में जनता सबक सिखाएगी।
निरसा की समृद्धि के लिए भाजपा के प्रत्याशी को विधायक बनाने की अपील की। लोगों को संबोधित करते हुए अमर बाउरी ने कहा कि भारत सरकार ने गरीब परिवारों के लिए काफी योजनाएं चला रखी हैं। राज्य सरकार भी योजनाओं के क्रियान्वयन में काफी पारदर्शिता बरत रही है। लोग इसका फायदा उठाएं। यात्रा जोराडीह, ड़ीहबागान, जोरकाटाड़, उपचूड़ियां, जैनड़ा, घाघरा का भ्रमण कर घागरा पंचायत भवन में समाप्त हुई। यात्रा में गणेश मिश्र, नगर परिषद के अध्यक्ष डबलू बाउरी, उपाध्यक्ष जयप्रकाश ¨सह, मन्नू तिवारी, राजेश बाउरी, शिवकुमार दारुका, डीएन पाठक, संजय गुप्ता, आनंद रविदास, प्रेम शंकर तिवारी, मनोज मंडल, श्यामल मंडल, उज्जवल तिवारी, साधन रवानी, पूनम मिश्रा, दुर्गा देवी, रीना चक्रवर्ती, मौसमी तिवारी, मीनाक्षी राय, ¨रकी देवी, प्रेमलता देवी, दिवाकर राय, साधन गोराई, अशोक पांडेय सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। सरकार को बदनाम करने के लिए पारा शिक्षकों को मोहरा बना रहे विपक्षी
संस, निरसा: निरसा भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि पारा शिक्षकों को राज्यहित छात्र हित में पुन: स्कूल में योगदान देना चाहिए। सरकार पारा शिक्षकों की मांगों पर विचार करने का पूर्व में भी आश्वासन दिया था। लेकिन पारा शिक्षक किसी राजनीतिक दल के इशारे पर काम कर रहे हैं। सरकार को बदनाम करने के लिए विरोधी दल के लोग पारा शिक्षकों को मोहरा बना रहे हैं। हर कार्य दिवस पर होगा ऑनलाइन जमीन संबंधी शिकायतों का निपटारा
मंत्री ने कहा कि पूरे माह किसी भी कार्य दिवस के दिन ऑनलाइन जमीन संबंधित शिकायतों का निपटारा किया जा रहा है। नया खाता नंबर एवं प्लॉट नंबर की पूरी सूची अंचल कार्यालय में मौजूद रहेगी। जो भी भूमिहीन सरकारी जमीन पर पिछले 15 वर्षों से घर बनाकर रह रहे हैं। उनकी जमीन की बंदोबस्त की जाएगी। इसके लिए जाति धर्म का कोई बंधन की अड़चन नहीं है। परंतु सरकारी जमीन पर रहने वालों को यह प्रमाणित करना होगा कि उनके पास इसके अलावा जमीन नहीं है।