बस्ताकोला आउटसोर्सिंग में काम शुरू होते ही रैयतों ने रूकवाया, पुलिस ने चालू कराया
धनसार बस्ताकोला में एटी देवप्रभा परियोजना का काम मंगलवार को चांदमारी मांझी बस्ती के पास से शुरु होते ही विवाद हो गया। कार्य शुरू होने के दो घंटे के बाद मांझी बस्ती के दर्जनों महिलाओं व पुरुषों ने आउटसोर्सिग परियोजना पहुंचकर कार्य को रोक दिया।
धनसार : बस्ताकोला में एटी देवप्रभा परियोजना का काम मंगलवार को चांदमारी मांझी बस्ती के पास से शुरु होते ही विवाद हो गया। कार्य शुरू होने के दो घंटे के बाद मांझी बस्ती के दर्जनों महिलाओं व पुरुषों ने आउटसोर्सिग परियोजना पहुंचकर कार्य को रोक दिया। लोगों का कहना है कि इस आउटसोर्सिग में 60 रैयतों की जमीन जा रही है। पहले हम लोगों को मुआवजा देना होगा। इसके बाद ही काम शुरू करें। इस दौरान कंपनी कर्मियों व आंदोलन कर रहे लोगों के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। काम बंद कराने व चालू करानेवाले समर्थक के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। सूचना पाकर झरिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोबारा काम शुरू कराया। पुलिस के जाने के बाद देवप्रभा कंपनी के निदेशक कुंभनाथ सिंह अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे। तभी एक बार फिर रैयत महिलाओं ने हाथ में फरसा, लाठी, डंडा और कुल्हाड़ी लेकर काम को रुकवा दिया। काम चालू करानेवाले देवप्रभा के समर्थक हरकत में आ गए। हालांकि, निदेशक कुंभनाथ ने सूझबूझ का परिचय देते हुए अपने लोगों को समझाया। कहा कि रैयतों की अगर जमीन है तो उनकी मांग जायज है। इससे टकराव की स्थिति टल गई। दोनों पक्षों में बातचीत भी हुई। लेकिन कोई सहमति नहीं बनी। दूसरी ओर बीसीसीएल प्रबंधन क्षेत्र की जमीन का सर्वे करने में जुट गया है। जिस जमीन पर आउटसोर्सिग शुरू हो रही है। वह जमीन बीसीसीएल की है। अगर यहां के रैयतों की जमीन है, तो वे कागजात सौंपे।
- अजय भुइयांन, प्रबंधक बस्ताकोला कोलियरी