Move to Jagran APP

एसीसी सीमेट फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष बने एसएन झा

संस सिदरी भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध एसीसी सीमेंट फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन का तीसरा अधिवेशन यूि

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 08:55 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 08:55 PM (IST)
एसीसी सीमेट फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष बने एसएन झा

संस, सिदरी: भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध एसीसी सीमेंट फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन का तीसरा अधिवेशन यूनियन कार्यालय परिसर में हुआ। अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए भामसं के प्रांतीय कोषाध्यक्ष सह चुनाव पर्यवेक्षक हरिलाल साव ने कहा कि भारत सरकार ने देश के सभी 44 श्रम कानूनों को चार कोड में बदल दिया है। भारतीय मजदूर संघ ने औद्योगिक संबंध कोड को स्वीकार किया है, लेकिन सामाजिक सुरक्षा कोड, वेज कोड और सेफ्टी कोड के प्रारूप को लेकर भामस सरकार के नजरिये से सहमत नहीं है। विरोध कर रहे नेताओं ने कहा कि श्रमिक कोड में संशोधन होने तक भामस का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने सीमेंट मजदूरों से श्रमिकों के दीर्घकालिक हितों को ध्यान में रखते हुए विरोध की अपनी आवाज मजबूत करने की अपील की।

loksabha election banner

सीमेंट फैक्ट्री वकर्स यूनियन के नवनिर्वाचित महामंत्री जयराम सिंह यादव ने कहा कि भामस से यूनियन की संबद्धता मिलने के बाद सीमेंट इंडस्ट्री में भामस का विस्तार हुआ है। सीमेंट मजदूरों को सीमेंट वेज बोर्ड का लाभ मिल रहा है। सभा की अध्यक्षता एसएन झा ने की। उन्होंने कहा कि संगठन ने जो मेरे ऊपर भरोसा जताया है, उसपर वो पूरी तरह खरा उतरने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर सीमेंट फैक्ट्री वर्कर्स यूनियन का 2021-23 के लिए चुनाव हुआ। चूनाव में अध्यक्ष एसएन झा व महामंत्री जयराम सिंह, उपाध्यक्ष मुकेश कुमार पांडेय, अजय कुमार पांडेय, मनोज पोद्दार, विजय सिंह रघुवंशी सहायक सचिव राजदेव प्रसाद, संयुक्त सचिव हिमांशु सेन, कोषाध्यक्ष दीपक कुमार वर्मा, सहायक कोषाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह, कार्यालय सचिव विष्णु देव तांती को बनाया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.