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JEE Main 2023: धनबाद के आदित्य रंजन समेत इन छात्रों ने किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन,जानें टॉपर्स की सक्सेस स्टोरी

JEE Main Toppers 2023 Resultजेईई मेन के परिणाम में डीएवी कोयला नगर के आदित्य रंजन सिन्हा ने 99.91 परसेंटाइल हासिल कर जिले में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। यह पहला प्रयास था और इसमें सफलता मिली।आदित्य अपनी रैंक सुधारने के लिए जेईई मेन के दूसरे चरण की परीक्षा में भी शामिल होंगे।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiWed, 08 Feb 2023 05:28 PM (IST)
JEE Main 2023: धनबाद के आदित्य रंजन समेत इन छात्रों ने किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन,जानें टॉपर्स की सक्सेस स्टोरी
जेईई मेन के परिणाम जारी, आदित्य रंजन सिन्हा ने जिले में किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, धनबाद: जेईई मेन के परिणाम में डीएवी कोयला नगर के आदित्य रंजन सिन्हा ने 99.91 परसेंटाइल हासिल कर जिले में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। माडा कॉलोनी के आदित्य के पिता राजीव रंजन कुमार मेडिकल रिप्रजेंनटेटिव हैं और मां प्रीति सिन्हा गृहिणी हैं। आदित्य ने बताया कि 99 परसेंटाइल तक सोचा था लेकिन इससे बेहतर हो सकता था। कंप्यूटर साइंस ब्रांच लेकर बीटेक करना है। इसके बाद यूपीएससी करने का सोचा है। आदित्य की बहन पायल भी आईआईटी आइएसएम से बीटेक कर रही हैं। इन्हीं से प्रेरणा मिली। कोचिंग की पढ़ाई और अजयवीर सर के मार्गदर्शन के साथ ही सेल्फ स्टडी ने इस मुकाम तक पहुंचाया। 

आर्थिक कमजोरी भी नहीं डिगा सकी कदम

आदित्य के बाद अक्षत प्रियदर्शी ने जेईई मेन के परिणाम में बढ़िया प्रदर्शन किया। अक्षत के पिता संजय कुमार महतो प्राइवेट नौकरी करते हैं। मां रजनी महतो गृहिणी हैं। नूतनडीह के रहने वाले अक्षत बडर्स गार्डन राजगंज से 12वीं की पढ़ाई कर रहे हैं।

अक्षत ने बताया कि उसे उम्मीद थी कि 99.71 परसेंटाइल तक अंक मिल जाएगा। इससे बेहतर करने के लिए अप्रैल में जेईई मेन के दूसरे चरण की भी परीक्षा देंगे। यहां तक पहुंचने में कोचिंग, विषयों का सही तरीके से रीवीजन और मां-पिता जी का आशीर्वाद काम आया।

उन्होंने बताया कि कंप्यूटर साइंस ब्रांच लेकर बीटेक करना है। बहन सीए की तैयारी कर रही हैं। इंटरनेट मीडिया में वाट्सएप का प्रयोग सिर्फ स्टडी मैटेरियल्स के आदान-प्रदान के लिए ही किया। हर दिन 10 से 12 घंटे की पढ़ाई के दम पर सफलता मिली। सफलता का श्रेय मा-पिता एवं गुरुजन को दिया।

बड़े भाई से प्रेरणा लेकर हासिल की सफलता

श्रीश्री सूर्यदेव सिंह गुरुकुलम सरायढेला के अवनीत सिंह को 99.66 परसेंटाइल मिला है। इस अंक से अवनीत काफी खुश हैं। वे भी अप्रैल में होने वाले दूसरे चरण की परीक्षा देने पर जोर दे रहे हैं। अवनीत के पिता हरमिंदर सिंह की बैंक मोड़ आटो पाटर्स की दुकान है। मां बलविंदर कौर गृहिणी हैं।

मटकुरिया के रहने वाले अवनीत कंप्यूटर साइंस ब्रांच लेकर बीटेक करना चाहते हैं। हमेशा कुछ नया सीखने की ललक रहती है। इंटरनेट मीडिया से दूरी बनाए रखी। कहते हैं कि इंटरनेट मीडिया आपकी पढ़ाई प्रभावित करती है। अवनीत के भाई पलविंदर सिंह इसरो में साइंटिस्ट की पढ़ाई कर रहे हैं। पढ़ाई के अलावा अवनीत को और कोई चीज पसंद नहीं है। अवनीत अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को देते हैं।

इंटरनेट मीडिया से दूरी ने दिलाई सफलता

जेईई मेन के परिणाम में वनस्थली कालोनी भुईंफोड़ के रहने वाने नमन कुमार ने 99.64 परसेंटाइल हासिल कर न केवल अपने स्वजन बल्कि क्षेत्र का नाम भी रोशन किया है। नमन के पिता नवीन कुमार वर्णवाल एलआइसी में कार्यरत हैं और मां विद्या वर्णवाल गृहिणी हैं।

नमन कंप्यूटर साइंस ब्रांच लेकर बीटेक करना चाहते हैं। उन्हें कोडिंग पसंद है, इसलिए कोडिंग के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। उन्होंने ऑनलाइन कोचिंग से अपनी पढ़ाई पूरी की। बाकी की पढ़ाई सेल्फ स्टडी के तौर पर की। इंटरनेट मीडिया से हमेशा दूरी बनाकर रखी। इससे पढ़ाई काफी प्रभावित होती है। सफलता का श्रेय माता-पिता एवं गुरुजनों काे दिया।

सैकत के साथ मां ने भी की जिंदगी की पढ़ाई

जेईई मेन के परिणाम ने कुछ ऐसे छात्रों को सफलता दिलाई, जिनके भविष्य के लिए उनके मां-पिता जी भी चिंता में रहते हैं। नवाडीह बिनोद बिहारी चौक के रहने वाले सैकत दास भी इन्हीं में से एक हैं। पिता अरुण कुमार दास दिव्यांग हैं और बीसीसीएल में कार्यरत हैं। मां शिखा गृहिणी हैं।

सैकत जेसी मलिक रोड के जिस कोचिंग में पढ़ाई करते हैं, वहां उनकी मां रोजाना छोड़ने आती हैं। दस-दस घंटे तक सैकत कोचिंग में ही रहकर पढ़ाई करता था। मां शिखा पहले सैकत के पिता अरुण को अपनी गाड़ी से कार्यालय छोड़ती, उसके बाद सैकत को कोचिंग लेकर आती है। इसका फल मिला और डीपीएस के छात्र सैकत ने 99.30 परसेंटाइल हासिल किया। सैकत ने बताया कि उनकी सफलता के पीछे मां और गुरु हैं।