Jamtara: पुलिस हिरासत में थे छह साइबर अपारधी... ग्रामीणों ने खाकी पर हमला कर, करा दिया चंगुल से आजाद
पुलिस टीम हुए हमले और सरकारी काम बाधा डालने वाले बांकुडीह के 19 लोगों को नारायणपुर थाना में केस दर्ज कर नामजद आरोपित बनाया है। जबकि इसी गांव के 40 अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस टीम अन्य अज्ञात लोगों की पहचान में जुटी है।
जागरण संवाददाता, जामताड़ा: साइबर अपाराधियों तक पहुंचने में पुलिस को बहुत मशक्कत करनी पड़ती है। अब जरा सोचिए पुलिस के चंगुल में आए इन अपराधियों को कोई छुड़ा कर ले जाए। वह भी जबरन। मामला गंभीर हो जाता है। समाज के रक्षक जब लाचार व बेवश हो जाए, मंथन की स्थिति को उत्पन्न हो जाती है। अब साइबर ठग के गड़ जामताड़ा में हुई घटना को ही देख लीजिए। पुलिस छह साइबर फ्रॉड को हिरासत में ली हुई थी। ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर सभी को चंगुल से छुड़ा लिया। पुलिस के साथ ग्रामीणों की झड़प भी हुई। ग्रामीण ही भारी पड़े। खैर छापेमारी के दौराना दो अन्य साइबरों ठगों को पुलिस कब्जें में कर पाई।
ये है पूरा मामला
नारायणपुर थाना क्षेत्र के बांकुडीह में छापेमारी को पहुंची जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस को भारी विरोध और ग्रामीणों के अभद्र व्यवहार का सामना करना पड़ा। शनिवार देर शाम छापेमारी टीम पर साइबर आरोपितों के घरवालों व ग्रामीणों ने एक साथ मिलकर हमला बोल दिया। इतना ही नहीं, उपद्रव पर आमदा ग्रामीणों ने पुलिस टीम के सामने छोटे-छोटे बच्चों और महिलाओं को सामने कर दिया। ग्रामीणों ने बल प्रयोग करते हुए छह साइबर ठगों को पुलिस की चंगुल से छुड़ाकर भगा दिया। इस दौरान पुलिस टीम को भी हल्का बल प्रयोग करना पड़ा और मौके से दो साइबर ठग को रंगेहाथों धरदबोचा।
19 के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस टीम हुए हमले और सरकारी काम बाधा डालने वाले बांकुडीह के 19 लोगों को नारायणपुर थाना में केस दर्ज कर नामजद आरोपित बनाया है। जबकि, इसी गांव के 40 अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस टीम अन्य अज्ञात लोगों की पहचान में जुटी है।जामताड़ा साइबर डीएसपी मजरूल होदा ने बताया कि शनिवार को ग्रामीणों के भारी विरोध और उपद्रव के बीच दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित बांकुडीह का अफजल अंसारी और अख्तर अंसारी है। जबकि गुलाम अंसारी, मसूद अंसारी, मुबारक अंसारी, गुलजार, सफाउल अंसारी और रजाउन अंसारी को ग्रामीणों ने भीड़ जुटाकर पुलिस के चंगुल से निकाल भगाया।
ठगों ने अपनाया ये तरीका
आरोपित केवाइसी अपडेट करने और बकाया बिजली भुगतान समेत अन्य तरीके अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे। जांच के दौरान यह भी पता चला है कि ये आरोपित दूसरों के नाम पर सिम कार्ड लेकर इसका ठगी के लिए इस्तेमाल करते थे। आरोपितों के पास से पुलिस टीम ने 10 मोबाइल और 18 अलग-अलग कंपनियों के सिम कार्ड बरामद किए हैं। दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। जबकि, अन्य फरार आरोपितों की पुलिस तलाश में जुटी है।
हमलावार हुए ग्रामीण
पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस को देखते ही आरोपितों के घरवाले और ग्रामीण इकट्ठे हो गए। लोगों ने पुलिस टीम के साथ गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, लोगों को उनके साथ जो कुछ भी दिखा उसी को लेकर पुलिस पर हमलावर हो गए। मारपीट, गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार करने के आरोप में नारायणपुर पुलिस ने गुलाम अंसारी, नजरुल अंसारी, परवेज अंसारी, तबारक अंसारी, मकसूद अंसारी, गुलजार अंसारी, सफाउल अंसारी, नवील अंसारी, तैयब अंसारी, इस्माइल अंसारी, ताज उल अंसारी, रज्जाक अंसारी, मुस्तकिम अंसारी, रुस्तम मियां, मुबारक अंसारी, इदरीस अंसारी, महताब अंसारी, रियासत अंसारी, रिजवान अंसारी को नामजद अभियुक्त बनाया है। जबकि, इसी गांव बांकुडीह के 40 अन्य लोगों के विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनके खिलाफ पुलिस टीम ने धारा 143, 341, 323, 337, 353, 504 के तहत मामला दर्ज किया है।