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Jal Drishti App: पानी से जुड़ी कोई भी समस्‍याएं बताएं एप के जरिए, तुरंत हो सकेगा समाधान

उपायुक्‍त ने बताया कि आम नागरिकों में जिला प्रशासन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण एवं विश्वास की भावना पैदा करने के उद्देश्य से उनके जल से संबंधित समस्याओं का त्वरित एवं पारदर्शी तरीके से निष्पादन के लिए एक ऑनलाइन मोबाइल एप्प जल दृष्टि प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया गया है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 04:27 PM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 04:27 PM (IST)
Jal Drishti App: पानी से जुड़ी कोई भी समस्‍याएं बताएं एप के जरिए, तुरंत हो सकेगा समाधान
एप द्वारा विभिन्न जल मीनार द्वारा आवंटित किए गए जल की रिपोर्टिंग भी की जा सकेगी।

जागरण संवाददाता, धनबाद: आमजनों के पेयजल से संबंधित समस्याओं की त्वरित, पारदर्शी एवं समयबद्ध तरीके से निवारण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एनआईसी द्वारा विकसित जल दृष्टि मोबाइल एप एवं वेब पोर्टल प्रारम्भ किया गया है। इस संबंध में उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने बताया कि धनबाद जिले के जल विकास हेतु संबंधित कार्यालयों में बेहतर प्रशासनिक कार्य कुशलता, पारदर्शिता एवं कार्य दक्षता का होना अत्यंत आवश्यक है।

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उन्होंने कहा कि यहां शहरी, अर्ध शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के आम नागरिकों का जनसंख्या घनत्व काफी अधिक है। आम नागरिकों की जल से संबंधित समस्याओं का पारदर्शिता पूर्वक त्वरित निराकरण करना अत्यंत आवश्यक है।

उपायुक्‍त ने बताया कि आम नागरिकों में जिला प्रशासन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण एवं विश्वास की भावना पैदा करने के उद्देश्य से उनके जल से संबंधित समस्याओं का त्वरित एवं पारदर्शी तरीके से निष्पादन के लिए एक ऑनलाइन मोबाइल एप्प जल दृष्टि प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने बताया कि जिले में अब तक संबंधित कार्यालयों में आम नागरिकों के जल की समस्याओं के समाधान के लिए पारंपरिक तरीके से शिकायत की विवरणी दर्ज कर शिकायत निवारण का प्रयास किया जाता रहा है।

वर्तमान में उपयोग में लाई जाने वाली प्रणाली में कई कमियां पाई गई हैं, जैसे शिकायत निवारण के लिए आवेदकों का कार्यालय में जाकर ही शिकायत दर्ज करवाना, शिकायत के निवारण नहीं होने की स्थिति में बार-बार विभाग का चक्कर लगाना, जिसके कारण दूर-दराज के क्षेत्रों से आने वाले गरीब नागरिकों को मानसिक तथा आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है एवं प्रशासन के प्रति उनमें अविश्वास की भावना पैदा होती है।

उन्होंने बताया कि इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इनकी पुनरावृति को रोकने तथा त्वरित, पारदर्शी एवं यूजर फ्रेंडली प्रणाली को विकसित करने के उद्देश्य से जल दृष्टि, प्रणाली लागू करने का निर्णय जिला प्रशासन द्वारा लिया गया है।

इसके द्वारा विभिन्न जल मीनार द्वारा आवंटित किए गए जल की रिपोर्टिंग भी की जा सकेगी, जिसे आम नागरिकों नागरिकों द्वारा भी देखा जा सकेगा।

जल दृष्टि की विशेषताएं: उपायुक्त ने बताया कि आम नागरिक जल आपूर्ति से संबंधित किसी भी समस्या की शिकायत इस एप के द्वारा संबंधित क्षेत्र का फोटो एवं जीपीएस लोकेशन टैग करके कर सकेंगे। जल आपूर्ति से संबंधित रिपोर्ट वाल्व ऑपरेटर द्वारा मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाएगा जिसकी मॉनिटरिंग नोडल पदाधिकारी द्वारा की जाएगी। इस पोर्टल के माध्यम से हर प्रकार की सूचना अनाउंसमेंट सेक्शन द्वारा आम नागरिकों को उपलब्ध कराया जाएगा ताकि समय रहते आमजन जल से संबंधित समस्या के लिए तैयार रहेंगे। साथ ही इस प्रणाली के माध्यम से आम नागरिकों के शिकायतों का पारदर्शी, त्वरित एवं समयबद्ध तरीके से वास्तविक अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।

जल दृष्टि के मॉड्यूल

1. रिपोर्ट एवं घोषणा

जल दृष्टि ऑनलाइन मोबाइल एप के द्वारा जिला स्तर पर जलापूर्ति नोडल पदाधिकारी, टावर नोडल पदाधिकारी एवं वाल्व ऑपरेटर जल आपूर्ति से संबंधित सूचनाएं इस मोबाइल ऐप में प्रतिदिन दर्ज करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही किसी भी प्रकार की विशेष सूचना अथवा घोषणा को संबंधित कर्मियों एवं आम नागरिकों को उपलब्ध कराने हेतु अनाउंसमेंट सेक्शन में जाकर दर्ज करेंगे।

2. शिकायत एवं निवारण

- जल दृष्टि एक ऑनलाइन मोबाइल शिकायत निवारण प्रणाली के रूप में भी कार्य करेगा, जिसमें धनबाद जिले में कोई भी नागरिक अपनी शिकायतों को इसके माध्यम से दर्ज करा पाएंगे।

- आवेदक इस ऐप पर अपने कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों को दर्ज करने के बाद अपना अकाउंट क्रिएट करते हुए अपने आप को रजिस्टर करेगा।

- तत्पश्चात लोगिन करने के बाद अपने शिकायत का प्रासंगिक विवरण तथा फोटो एवं जीपीएस टैग के साथ सबमिट करेंगे।

- सबमिट करने के उपरांत संबंधित आवेदक को एक शिकायत संख्या प्रदान किया जाएगा

- शिकायत संख्या के आधार पर आवेदक अपनी शिकायत के अनुपालन को समय-समय पर ट्रैक भी कर पाएगा।

- प्राप्त शिकायत को जिला नोडल ऑफिसर के द्वारा संबंधित विभाग को भेजते हुए उस शिकायत का अनुपालन कर शिकायतकर्ता के समय समस्या का समाधान कराया जाएगा।

- शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद शिकायतकर्ता अपने शिकायत की रियल टाइम ट्रैकिंग भी कर पाएंगे तथा ऑनलाइन मोबाइल ऐप के माध्यम से ही उसे अपने शिकायत निवारण के संबंध में विस्तृत जानकारी भी प्राप्त हो जाएगी।

- शिकायत के निवारण या निरस्त होने पर शिकायतकर्ता संबंधित आवेदन पर फीडबैक एवं रेटिंग दे सकते हैं।


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