बीसीसीएल ने पेंशन मद में काटी रकम सीएमपीएफ में नहीं की जमा, शुरू हुई जांच Dhanbad News
कोल माइंस भविष्य निधि संगठन में बीसीसीएल के सैकड़ों श्रमिकों की पीएफ पेंशन मद में काटी गई दो फीसद की राशि जमा ही नहीं हुई है। ये मामले 1992-1998 के बीच के हैं जिसकी जांच शुरू हो गई।
धनबाद, (आशीष अंबष्ठ)। कोल माइंस भविष्य निधि संगठन में बीसीसीएल के सैकड़ों श्रमिकों की पीएफ पेंशन मद में काटी गई दो फीसद की राशि जमा ही नहीं हुई है। ये मामले 1992 व 1998 के बीच के हैं, जो जांच के दायरे में आ गए हैं। सबसे अधिक 48 मामले एरिया-12 चांच विक्टोरिया की बसंतीमाता कोलियरी के हैं। क्षेत्रीय कार्यालय के 20 मामले हैं।
इस एरिया में कुल 106 मामले अभी तक पकड़ में आ चुके हैं। मामले पकड़ में आने के बाद बीसीसीएल प्रबंधन ने इसकी जांच शुरू कर दी है। पीएफ व पेंशन सेल ने हर एरिया में छानबीन शुरू कर दी है। इस प्रकरण से सेवानिवृत्त होने के बाद कर्मियों को मिलने वाली पीएफ व पेंशन राशि भुगतान परेशानी हो रही है। श्रमिकों को तय समय पर मिलने वाली भुगतान राशि में देर हो रही है। ऐसे में परेशान श्रमिकों को जो राशि जमा नहीं हुई वह रकम ड्राफ्ट बनाकर सूद समेत देनी पड़ रही है। हालांकि नियमानुसार रकम प्रबंधन को ही जमा करनी है। प्रबंधन ने राशि भी काटी है। बावजूद उसे सीएमपीएफ में जमा नहीं किया है।
पेंशन और फंड चाहिए तो पहले खुद करिए रकम जमा : कुसुंडा एरिया के ईस्टबसुरिया के आरके प्रसाद को सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन रिवीजन कराने के लिए दो फीसद राशि स्वयं जमा करनी पड़ी। तब उनकी पेंशन का मामला सुलझा।
विभाग का नाम- पकड़े गए मामले
- चांच विक्टोरिया ऑफिस डीएचएन49 10
- विक्टोरिया वेस्ट डीएचएन 56 चल रही जांच
- लायकडीह डीएचएन 44 1
- दहीबाड़ी डीएचएन 46 4
- बसंतीमाता डीएचएन 47 48
- रिजनल स्टोर एरिया बारह डीएचएन 54 1
- दामागोड़िया डीएचएन 57 7
- बैगुनिया डीएचएन 43 8
- एनएलओसीपी, डीबीओसीपी डीएचएन 76 13
- चांच विक्टोरिया वाटर प्लांट 4
- चांच विक्टोरिया एक्सावेशन विभाग 10
सीएमपीएफ से जुड़ी संबंधित कंपनियों को भेजा गया पत्र
सीएमपीएफ आयुक्त अनिमेष भारती ने कहा कि पीएफ पेंशन मद में काटी गई राशि जमा न होने से दिक्कतें हो रही हैं। सीएमपीएफ से जुड़ी संबंधित कंपनियों को इस मद में पत्र भेजा गया है। ताकि हर श्रमिक की काटी गई रकम जमा हो जाए और सेवानिवृत्त होने पर श्रमिक को परेशान न होना पड़े। पेशन मद की काटी गई राशि जमा न होने के मामले संज्ञान में आए हैं। इसकी जांच की जा रही है।
सेवानिवृत्त कोलकर्मी भुगतान के लिए हो रहे परेशान
यह राशि जमा नहीं होने के कारण कर्मियों को सेवानिवृत्त होने के बाद भुगतान लेने में परेशानी हो रही है। कंपनी को भी श्रम संगठनों के दबाव के बाद ब्याज सहित राशि जमा करनी पड़ रही है। जिन कर्मियों की पहुंच व पैरवी नहीं है उन्हें स्वयं राशि जमा करनी पड़ रही है। इस मामले में जिम्मेदार कौन है, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है यह प्रश्न श्रमिकों के बीच उठ रहे हैं।