कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई को शिक्षक नहीं : डॉ. सिंह
धनबाद बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के अधीन 10 कॉलेजों में इंटर को पढ़ाई होती है। इन कॉलेजों में एक भी शिक्षक नहीं है। बिना शिक्षक इंटर की पढ़ाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। यह आरोप ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के धनबाद जिला अध्यक्ष डॉ. डीके सिंह ने लगाया है।
धनबाद : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के अधीन 10 कॉलेजों में इंटर को पढ़ाई होती है। इन कॉलेजों में एक भी शिक्षक नहीं है। बिना शिक्षक इंटर की पढ़ाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। यह आरोप ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के धनबाद जिला अध्यक्ष डॉ. डीके सिंह ने लगाया है।
डॉ. सिंह ने बताया कि प्रत्येक कॉलेज से हर साल 2500 छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। इन छात्रों के भविष्य खतरे में है। बिना शिक्षक इनकी पढ़ाई चौपट हो रही है। मामले को लेकर सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगी गई। जो बात सामने आई उसके अनुसार पीके रॉय कालेज में सात शिक्षक स्नातक के लिए घंटी आधारित रखे गए हैं। इनसे ही इंटर की पढ़ाई कराई जा रही है। विज्ञान मे भी केवल रसायन के ही शिक्षक हैं, जबकि अन्य विषयों में कोई शिक्षक नहीं है। इसी तरह से आरएस मोर कॉलेज गोविदपुर में अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र व अन्य में कोई शिक्षक नहीं है। एसएसएलएनटी कॉलेज, कतरास कॉलेज, आरएसपी झरिया और सिदरी कॉलेज ने जो सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षकों से संबंधित जानकारी ही नहीं दी। डॉ. सिंह ने बताया कि इंटर की पढ़ाई के नाम पर कॉलेजों में वित्तीय अनियमितता हो रही है। डॉ. सिंह ने मांग किया है कि सभी कॉलेजों में प्रत्येक विषय के लिए कम से कम दो शिक्षकों की व्यवस्था की जाए। बीएड, एमए पास बेरोजगार युवकों को इंटरमीडिएट में पढ़ाने का मौका दिया जाए, इंटर शिक्षकों का शोषण बंद किया जाए और अन्य समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के तौर पर किया जाए।