भारतीय रेल इस तरह गढ़ रही अच्छे दिन की परिभाषा
रेलवे में जिनका खोया हुआ सामान मिलता है उनके लिए यह अनुभव अच्छे दिन से कम नहीं है।
धनबाद, जेएनएन। भारतीय रेलवे में प्रतिदिन करीब तीन करोड़ लोग सफर करते हैं। इनमें हजारों यात्री अपनी गलतियों या अपराधियों की कारस्तानी के कारण अपने-अपने सामान से हाथ धो बैठते हैं। ऐसे सभी यात्री भाग्यवान नहीं होते कि गुम सामान चलकर उन उन तक वापस पहुंच जाए। लेकिन, जिनका खोया हुआ सामान वापस मिलता है, उनके लिए यह अनुभव अच्छे दिन से कम नहीं है। अब धनबाद की अनिता देवी को ही लीजिए। उनका खोया हुआ मोबाइल फोन 24 घंटे के अंदर वापस मिल गया। यह अनुभव उनके लिए अच्छे दिन की परिभाषा है। पूर्वा एक्सप्रेस में छूट गया था मोबाइल फोन : धैया, धनबाद की रहने वाली अनिता देवी नई दिल्ली-हावड़ा पूर्वा एक्सप्रेस (12382) में सफर कर रही थीं। वह नई दिल्ली से आने के क्रम में 2 अक्टूबर को धनबाद उतरते समय डिब्बे के अंदर ही अपना मोबाइल भूलवश छोड़ उतर गईं। घर पहुंचने के बाद बैग चेक किया तो उसमें मोबाइल नहीं था। परिवार के लोगों को जानकारी दी। तब तक पूर्वा एक्सप्रेस के धनबाद रेलवे स्टेशन छोड़े पौन घंटे का समय बीत चुका था। रेलवे हेल्प लाइन नंबर-138 पर फोन सूचना दी गई। कंट्रोल रूम में बैठी महिला ने डिटेल जानकारी प्राप्त की। साथ ही महिला ने रेलवे सुरक्षा हेल्प लाइन नंबर-182 पर जानकारी देने का निर्देश दिया। निर्देशानुसार सुरक्षा हेल्प लाइन नंबर पर सूचित किया गया कि कोच संख्या बी-1 के बर्थ नंबर 60 पर मोबाइल छूट गया है।
शाम को आया फोन कि मोबाइल मिल गया है : पूर्वा एक्सप्रेस के आसनसोल स्टेशन पार कर जाने और रेलवे द्वारा किसी तरह की सूचना प्राप्त नहीं होने के बाद अनिता ने मोबाइल मिलने की उम्मीद खो दी थीं। लेकिन, शाम को आरपीएफ कंट्रोल रूम धनबाद से फोन आया कि आपका मोबाइल मिल गया है। बुधवार को हावड़ा-नई दिल्ली अप पूर्वा एक्सप्रेस का टीटीई अपने साथ मोबाइल लेकर आएगा। पूर्वा एक्सप्रेस के समय पर आइडी लेकर धनबाद स्टेशन आना होगा। मोबाइल मिल जाएगा।
टीटीई ने सुरक्षित रखा था मोबाइल : रेलवे हेल्प लाइन और रेलवे सुरक्षा बल को सूचना मिलते ही कोच संख्या-बी-वन में ड्यूटी पर उपस्थित टीटीई एसके सिंह को सूचित किया गया। तब तक गाड़ी आसनसोल से निकल चुकी थी। टीटीई ने कोच के अंदर खोज-बीन की तो मोबाइल बर्थ पर पड़ा था। उसने मोबाइल उठाने के बाद तुरंत आरपीएफ को सूचित किया। इसके बाद आरपीएफ ने अनिता देवी को मोबाइल मिल जाने की जानकारी दी। मुगलसराय से हावड़ा के बीच पूर्वा एक्सप्रेस को लेकर चलने वाले टीटीई एसके सिंह ने बुधवार को आइडी के आधार पर अनिता के परिजन को मोबाइल सौंप दिया। सिंह ने बताया कि कोच के अंदर सामान छूटने की आए दिन घटनाएं होती रहती हैं। हम लोगों की कोशिश होती है कि छूटे हुए सामान यात्री तक पहुंच जाए। इसके लिए हर संभव कोशिश करते हैं। वहीं मोबाइल मिलने से उत्साहित अनिता ने कहा-मोबाइल मिलने की तनिक भी उम्मीद नहीं थी। भारतीय रेल को बहुत-बहुत धन्यवाद।