Indian Railways: नए साल से चल सकती है दीक्षाभूमि एक्सप्रेस, वाराणसी-प्रयागराज नहीं जाएगी
धनबाद से पुणे होकर कोल्हापुर जानेवाली दीक्षाभूमि एक्सप्रेस नये साल से पटरी पर लौट सकती है। रेलवे ने इस ट्रेन को चलाने के संकेत दे दिए हैं। इस साप्ताहिक ट्रेन के चलते ही इसका मार्ग बदल जाएगा। पहले जहां धनबाद से वाराणसी और प्रयागराज होकर चलती थी।
धनबाद, जेएनएन : धनबाद से पुणे होकर कोल्हापुर जानेवाली दीक्षाभूमि एक्सप्रेस नये साल से पटरी पर लौट सकती है। रेलवे ने इस ट्रेन को चलाने के संकेत दे दिए हैं। इस साप्ताहिक ट्रेन के चलते ही इसका मार्ग बदल जाएगा। पहले जहां धनबाद से वाराणसी और प्रयागराज होकर चलती थी। अब इन दोनों स्टेशनों से होकर नहीं जाएगी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, वाराणसी, प्रयागराज और माणिकपुर के बजाय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से प्रयागराज छिउकी और माणिकपुर होकर आना-जाना होगा। नये रूट से ट्रेन को चलाने को रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर कोचिंग विवेक कुमार सिन्हा ने आदेश भी जारी कर दिया है।
दीक्षाभूमि एक्सप्रेस धनबाद से पुणे और कोल्हापुर समेत जबलपुर, इटारसी, नागपुर और कई शहरों को जोड़ती है। मार्च महीने से रेलबंदी के समय से ही ट्रेन रद है। अब इतने दिनों बाद इस ट्रेन को चलाने की तैयारी शुरू हुई है। धनबाद के रेल अधिकारियों का कहना है कि दीक्षाभूमि एक्सप्रेस मध्य रेलवे की ट्रेन है। ट्रेन का रैक भी मध्य रेल के पास ही है। रेलवे बोर्ड की अनुमति मिलने के बाद मध्य रेलवे के जोनल मुख्यालय से ही ट्रेन चलाने की तिथि की घोषणा होगी।
ठहराव में भी फेरबदल का अनुमान
रूट बदलने के साथ ही इस ट्रेन के ठहराव में भी फेरबदल हो सकते हैं। वैसे स्टेशन जहां से यात्रियों की संख्या कम हैं, वहां से ठहराव वापस भी लिया जा सकता है। हालांकि ठहराव संबंधी सटीक जानकारी ट्रेन चलने की घोषणा के बाद ही मिल सकेगी।