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Jharia Fire Area: बनियाहीर में कभी भी धंस सकती है झरिया-सिंदरी मुख्य सड़क, बढ़ा खौफ

बनियाहीर चार नंबर सड़क के पास स्थित नाली से कई बार गैस का रिसाव हो चुका है। प्रबंधन की ओर से ओबी से भराई कर जैसे-तैसे इसे बंद कर दिया जाता है। फिर कुछ दिनों बाद गैस का रिसाव शुरू हो जाता है।

By MritunjayEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 11:57 AM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 11:57 AM (IST)
Jharia Fire Area: बनियाहीर में कभी भी धंस सकती है झरिया-सिंदरी मुख्य सड़क, बढ़ा खौफ
झरिया में आग एवं भू-धंसान का बढ़ा खतरा।

जासं, झरिया। झरिया-सिंदरी मुख्य सड़क बनियाहीर चार नंबर के पास कभी भी धंस सकती है। यहां सड़क के नीचे धंसने का सिलसिला महीनों से जारी है। एक तरफ की आधी सड़क छह इंच से अधिक कई जगहों पर दब चुकी है। जिला प्रशासन, पथ निर्माण विभाग और बीसीसीएल प्रबंधन गंभीर नहीं है। हाल में यहां सड़क के दबने और पास की नाली में गैस के रिसाव होने से स्थानीय लोगों में दहशत है। आश्चर्य की बात तो यह है कि लगातार धंसती जा रही सड़क और नाली में हो रहे जहरीली गैस रिसाव के प्रति जिम्मेवार अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं। बनियाहीर में रहनेवाले शमीम खान, नरेश साव, सुरेंद्र शर्मा, अर्जुन विश्वकर्मा, काली शर्मा आदि ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही से यहां की सड़क में कभी भी बड़ी घटना हो सकती है।

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कई बार धंस चुकी है सड़क

झरिया से सिंदरी, चंदनकियारी और बोकारो जाने वाले वाहन चालक इसी सड़क का उपयोग वर्षों से करते आ रहे हैं। सड़क पर यात्री वाहन के अलावा माल लदे वाहनों का आवागमन रात दिन होता है। पूर्व में भी यहां की सड़क कई बार धंस चुकी हैं। बीसीसीएल प्रबंधन की ओर से स्थाई समाधान नहीं निकाल कर जैसे-तैसे ओबी डालकर इसकी मरम्मत कर दी जाती है। इस कारण सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है। इंदिरा चौक से हनुमानगढ़ी तक एक दशक पूर्व पथ निर्माण विभाग की ओर से सड़क की विशेष मरम्मत की गई थी। अब सड़क की हालत फिर पहले की तरह होती जा रही है।

सड़क किनारे नाली से होता रहता है जहरीली गैस का रिसाव

बनियाहीर चार नंबर सड़क के पास स्थित नाली से कई बार गैस का रिसाव हो चुका है। प्रबंधन की ओर से ओबी से भराई कर जैसे-तैसे इसे बंद कर दिया जाता है। फिर कुछ दिनों बाद गैस का रिसाव शुरू हो जाता है। लोदना क्षेत्र के अधिकारियों का कहना है कि यह क्षेत्र अग्नि व भू धंसान प्रभावित है। जमीन के नीचे कोयला का खनन दशकों पूर्व में हो चुका है। पूर्व में बालू की ठीक से भराई नहीं होने के कारण ऐसा होता रहता है। प्रबंधन भू धंसान और गैस रिसाव को रोकने के लिए गंभीर है।


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