Jharkhand Fight Coronavirus: बीजीएच में पांच मरीजों को नहीं पड़ी वेंटिलेटर की जरूरत, जल्द संक्रमण मुक्त होने की उम्मीद
चिकित्सकों के निर्देश के मुताबिक मरीजों को भोजन दिया जा रहा है। लगातार आइसोलेशन वार्ड की साफ सफाई की जा रही है।
बोकारो, जेएनएन। बोकारो जनरल अस्पताल में इलाजरत कोरोना से संक्रमित पांच मरीजों की हालत में सुधार है। उन लोगों को न सूखी खांसी की शिकायत है, न बुखार। ऑक्सीजन के लिए मरीजों को वेंटिलेटर भी नहीं लगाना पड़ा है। कोरोना से पीडि़त मरीजों के वार्ड में किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने पर सख्ती से प्रतिबंध लगा दिया गया है। बोकारो अस्पताल प्रबंधन को यकीन है कि यदि उनका स्वास्थ्य ऐसा रहा तो जल्दी वे संक्रमण मुक्त हो जाएंगे।
बांग्लादेश के ढाका के बाद निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज से आई तेलो गांव की महिला पांच अप्रैल से अस्पताल में चिकित्सकों की देखरेख में है। उसी महिला के तीन रिश्तेदारों को नौ अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला के साथ तब्लीगी मरकज जाने वाले पिपराडीह गांव के धर्म प्रचारक को दस तारीख को अस्पताल लाया गया है। आइसोलेशन वार्ड में इलाजरत किसी भी मरीज में अभी तक कोरोना के बाहरी लक्षण नहीं दिखे हैं। हालांकि, मरीजों की स्थिति को लेकर चिकित्सक बेहद सतर्क है और नर्सें भी।
चिकित्सकों के निर्देश के मुताबिक मरीजों को भोजन दिया जा रहा है। लगातार आइसोलेशन वार्ड की साफ सफाई की जा रही है। कोरोना से पीडि़त मरीजों के इलाज के दौरान बरती जाने वाली सावधानी के बारे में नर्स, स्वास्थ्य एवं सफाई कर्मचारियों को भी रोजाना नसीहत दी जा रही है। चिकित्सकों के मुताबिक दोबारा मरीजों की जांच करायी जाएगी। सब कुछ ठीक रहा तो 14 दिनों के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।
बोकारो जनरल अस्पताल में इलाजरत सभी मरीजों की हालत में सुधार है। किसी भी मरीज के कोरोना के बाहरी लक्षण नहीं दिख रहे हैं। इसी तरह स्वास्थ्य में सुधार होता रहा तो उम्मीद है कि सभी मरीज ठीक होकर अपने घर जा सकेंगे।
-डॉक्टर अशोक कुमार पाठक, सिविल सर्जन, बोकारो