कामगार की उम्र साठ तो न लें टेंशन, खाते में आएगी पेंशन
भवन निर्माण कामगार एवं असंगठित कामगारों के लिए श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग कई लाभुक योजनाएं हैं। आवेदन के लिए प्रखंड के श्रमिक मित्र से संपर्क कर सकते हैं।
धनबाद, जेएनएन। दुकान-प्रतिष्ठान से लेकर कामगारों के आवेदन तक ऑनलाइन हो चुके हैं। वैसे प्रतिष्ठान संचालक जिन्होंने वर्ष 2012 के बाद लाइसेंस का नवीकरण नहीं कराया है, वे भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह बातें श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी (धनबाद जिला) हरेंद्र कुमार सिंह ने कही।
सिंह ने दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम भाग लेते हुए कहा कि भवन निर्माण कामगार एवं असंगठित कामगारों के लिए श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग कई लाभुक योजनाएं हैं। आवेदन के लिए प्रखंड के श्रमिक मित्र से संपर्क कर सकते हैं। परेशानी हो तो विभाग के बरटांड़ स्थित कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने न केवल लोगों के सवालों के जवाब दिये बल्कि लंबित मामलों को नोट भी किया, जिनका निष्पादन शीघ्र करने की बात कही।
सवाल : श्रमिक निबंधन कार्ड बनाया है। प्रतिवर्ष सौ रुपये का अंशदान भी दिया है। 60 की उम्र के बाद क्या और अंशदान देना होगा?
गजेंद्र कुमार, लोयाबाद
जवाब : बिल्कुल नहीं, 60 की उम्र हो चुकी है तो अब न तो विभागीय दफ्तर आना होगा और न ही अंशदान की रकम जमा करनी होगी। ऐसे कामगारों के खाते में प्रति माह पेंशन की रकम पहुंच जाएगी।
सवाल : अपनी बच्ची के लिए सरस्वती योजना का आवेदन दिया था। लाभ कब तक मिलेगा?
उज्ज्वल रूज, पुलिस लाइन
जवाब : सभी आवेदन अग्रसारित कर दिया गया है। पोस्ट ऑफिस में अब यह मामला प्रक्रियाधीन है। प्रक्रिया पूरी होते ही बच्ची को लाभ मिलेगा।
सवाल : मेरी पत्नी को श्रम विभाग से सिलाई प्रशिक्षण दिया गया। सिलाई मशीन के लिए आवेदन दिया था, जिसमें बैंक अकाउंट नंबर गलत हो गया। क्या करना होगा?
राम प्रवेश राम, अंबेदकर नगर
जवाब : सही बैंक खाता नंबर के साथ बरटांड़ कार्यालय में आवेदन फिर से दें। संशोधित भेज दिया जाएगा। अप्रूवल के बाद खाते में योजना की राशि मिलेगी।
सवाल : मेरे पति स्व. अजीत दास की कुछ माह पहले बीमारी से मौत हो गई थी। असंगठित मजदूर निबंधन कार्ड बनाया था। आवेदन के बाद कई माह गुजर गये, मगर योजना राशि नहीं मिली। कब मिलेगी?
संगीता दास, निरसा
जवाब : एक अप्रैल 2018 से असंगठित मजदूरों के लिए बीमा योजना लागू है। इस तिथि के बाद जिन्होंने आवेदन दिया है, उन्हें सामान्य मृत्यु पर बीमा के तौर पर दो लाख रुपये का भुगतान होगा। स्व. दास का मामला योजना लागू तिथि से पहले का है। उन्हें अंत्येष्टी सहायता योजना के तहत 15 हजार रुपये का भुगतान होगा।
सवाल : निबंधित कामगार हूं। बच्चों की छात्रवृत्ति के लिए आवेदन दिया था। अंशदान भी जमा कर चुका हूं। छात्रवृत्ति कब तक मिलेगी?
राजेश रजक, निरसा
जवाब : निरसा प्रखंड का आवंटन लंबित था, जो पिछले माह ही विभाग को मिल चुका है। योजनाओं का लाभ देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। धैर्य रखें, एक सप्ताह में छात्रवृत्ति की राशि आपके खाते में पहुंच जाएगी।
इन्होंने भी पूछे सवाल : अर्चना शर्मा धनबाद, मो. ताजुद्दीन निरसा, शहजाद अंसारी झरिया, जयंती शर्मा गोविंदपुर, जयंत विश्वकर्मा बलियापुर, सोहन विश्वंभर बलियापुर, मो. सादाब गोविंदपुर, बादल हजारी बरवाअड्डा, जूही मरांडी निरसा, रोबिन बास्की गोविंदपुर, विद्युत महतो बाघमारा, सोनू पंडित कतरास, दुर्योधन पासी भूली, भानू चौधरी बरवाअड्डा, ओंकार गोराई लोयाबाद, विश्वजीत मोदी कुमारधुबी, शंकर भुइयां पुटकी, अर्चना देवी पुटकी, भगवान साव धनबाद, विकास शर्मा मनईटांड़, परितोष मोदक गोविंदपुर, शंकर नापित झरिया सहित अन्य।