होटल मैनेजर के अंदर का जागा शैतान तो मालिक से मांगी रंगदारी, राज खुला तो गया जेल
दो दिसंबर को बैंक मोड़ के होटल व्यवसायी के मोबाइल पर फोन कर अपराधकर्मियों ने रंगदारी की मांग की थी। रंगदारी नहीं देने पर बुरे परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी।
धनबाद, जेएनएन। वह छह महीने से शहर के बैंक मोड़ स्थित होटल स्वस्तिक में मैनेजर का काम कर रहा था। मालिक प्रदीप शर्मा का सीधापन देख उसके अंदर का आपराधिक शैतान जाग उठा। उसने मालिक से ही पांच लाख रुपये रंगदारी वसूलने की साजिश रच दी। खुलासा होने पर मंगलवार को धनबाद पुलिस ने होटल मैनेजर निपु कुमार बाउरी और उसके सहयोगी गणेश कुमार जायसवारा को जेल भेज दिया।
होटल मालिक के मोबाइल फोन पर 2 दिसंबर को कॉल आया। पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। नहीं देने और चालाकी की कोशिश पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। इस मामले का 48 घंटे के अंदर ही धनबाद पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
एसएसपी किशोर काैशल और सिटी एसपी पीयूष पांडेय मंगलवार को होटल मैनेजर और उसके साथ रंगदारी मांगने में सहयोगी की भूमिका निभाने वाले को लेकर मीडिया के सामने आए। एसएसपी ने बताया कि दो दिसंबर को बैंक मोड़ के होटल व्यवसायी के मोबाइल पर फोन कर अपराधकर्मियों ने रंगदारी की मांग की थी। रंगदारी नहीं देने पर बुरे परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी। इस संबंध में बैंक मोड़ थाना में तीन दिसंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि होटल मालिक से रंगदारी मांगने के लिए पहले ट्रैक्टर चालक अकलू महतो का मोबाइल छीना गया। छीने गए मोबाइल से ही रंगदारी की मांग की गई। होटल मैनेजर ने अपने पड़ोस के गणेश कु्मार जायसवारा से होटल मालिक को रंगदारी के लिए फोन करवाया।
एसएसपी ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई थी। टीम में पुलिस उपाधीक्षक विधि व्यवस्था मुकेश कुमार, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी बैंक मोड़ शमीम अहमद, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी झरिया रणधीर सिंह, तकनीकी शाखा के राधा कुमार एवं एसओजी की टीम शामिल थी। टीम ने विभिन्न जगहों पर छापामारी कर कांड में संलिप्त गणेश कुमार जैयसवारा तथा निपु कुमार बाउरी को दो नंबर चानक, झरिया से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से पुलिस ने एक देसी पिस्टल, एक गोली, घटना में प्रयुक्त मोबाइल एवं सिम कार्ड, एक पल्सर बाइक बरामद की गई।