डीजी प्रधान को राहत, होमगार्ड एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष व महासचिव का इस्तीफा
कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुशवाहा ने बताया कि अब प्रदेश संगठन का चुनाव होने के बाद ही आंदोलन पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा, प्रधान के इशारे में सभी जिलों के एसपी काम कर रहे हैं।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड गृह रक्षा वाहिनी (होमगार्ड) के महानिदेशक और एसोसिएशन के बीच चले आ रहे विवाद में शनिवार को उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब संघ के प्रदेश अध्यक्ष रवि मुखर्जी और प्रदेश महासचिव सच्चिदानंद शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कमेटी भंग हो गई। परिणाम स्वरूप 23 अक्टूबर को घोषित मुख्यमंत्री आवास घेराव कार्यक्रम भी स्थगित हो गया। यह दो निर्णय महानिदेशक होमगार्ड वीवी प्रधान के लिए राहत के समान है।
बताते चलें कि झारखंड गृह रक्षा वाहिनी कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन ने बीते कई माह से महानिदेशक वीवी प्रधान के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इसी कड़ी में वाहिनी में हुए जाति घोटाला समेत अन्य मुद्दों को लेकर संघ ने आगामी 23 अक्टूबर को रांची में मुख्यमंत्री आवास घेराव कार्यक्रम का एलान किया था। इस मामले को लेकर प्रधान ने सभी पुलिस अधीक्षक, वरीय पुलिस अधीक्षक और उपायुक्तों को पत्र जारी कर एसोसिएशन को फर्जी बताया और इनके आंदोलन पर रोक लगाने की बात कही थी। इसके जवाब में एसोसिएशन ने भी सभी अधिकारियों को पत्र लिखकर प्रधान की बातों को एक सिरे से खारिज कर दिया था। यह विवाद अभी चल ही रहा था कि शनिवार को संघ के प्रदेश कमेटी की एक बैठक धनबाद में हुई। इस बैठक में निर्धारित घेराव कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया और अध्यक्ष एव महासचिव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
इस संबंध में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुशवाहा ने बताया कि अब प्रदेश संगठन का चुनाव होने के बाद ही किसी भी आंदोलन पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधान के इशारे में सभी जिलों के पुलिस कप्तान काम कर रहे हैं। होमगार्ड जवानों को दुर्गा पूजा ड्यूटी में लगाया गया, लेकिन इन सभी को 22 अक्टूबर तक ड्यूटी में रखा जा रहा है। ऐसे में 23 को होने वाले घेराव कार्यक्रम में जवान भाग नहीं ले सकते।
बैठक में धनबाद के अलावा राज्य के सभी जिलों से प्रतिनिधि उपस्थित हुए थे। मुख्य रूप से प्रदेश सचिव सूर्यनारायण सिंह, किशोर कुमार, गोविंद प्रसाद यादव, विनय कुमार सिंह, डोमन दत्ता, चरण चातर, भोगान हांसदा समेत अन्य शामिल थे।