हाथियों के झुंड ने मचाई तबाही, घर व फसलों को किया नष्ट; ग्रामीणों ने मशाल जलाकर किया रतजगा Dhanbad News
टुंडी पहाड़ पर डेरा जमाए 22 हाथियों के झुंड ने चकामानपुर गांव में शुक्रवार की देर रात जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने सोमर टुडू का घर तोड़ा और फसलों को नष्ट किया।
धनबाद, जेएनएन। टुंडी थाना क्ष्रेत्र के पहाड़ के तलहटी पर बसे चकामानपुर गांव में शुक्रवार की देर रात 22 हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने सोमर टुडू का घर तोड़ा और फसलों को नष्ट किया। ग्रामीणों ने किसी तरह जान बचाकर घर से भागे और गांव के बाहर जमा होकर रातभर काफी मशक्कत के बाद किसी तरह हाथियों के झुंड को पहाड़ में चढ़ाने में सफल रहे। शुक्रवार रात करीब 11 बजे चकमानपुर गांव में अचानक 22 हाथियों का झुंड पहाड़ से सटे गांव में उतार गया।
हाथियों ने पहले खेतों में लगे फसलों को नष्ट करना शुरू किया। जब ग्रामीण शोर मचाते हुए इधर उधर भागने लगे तभी कुछ हाथी गांव के अंदर घुसकर सोमर टुडू के घर को तोड़ दिया। पूरे गांव में अफरातफरी मच गई। सभी लोग भागकर गांव के मुंहाने पर जमा हो गए। सब ने मिलकर मशाल जलाया और रात भर झुंड को खदेडऩे में लगे रहे। काफी मशक्कत के बाद अहले सुबह झुंड को पहाड़ चढ़ाने में सफल हुए।
22 हाथियों के झुंड का टुंडी पहाड़ पर डेरा : ज्ञात हो कि पिछले दो माह से 22 हाथियों का झुंड टुंडी पहाड़ के झिनाकी इलाके में डेरा डाले हुए है। इधर वन विभाग के फोरेस्टर नागेश्वर चौधरी एवं अन्य वन्य कर्मियों ने जनजातीय लोगों के सोहराय पर्व को देखते हुए सावधानी बरतने का फरमान जारी किया और ग्रामीणों से कहा कि किसी भी हालत में महुआ शराब न बनाये। महुआ के सुगंध से हाथियों का झुंड गांव की ओर आकृषित होते हैं।
17 प्रशिक्षित मशालचियों का दल किया तैनात : फोरेस्टर ने बताया कि हाथियों के झुंड पर निगाह रखने के लिए 17 प्रशिक्षित मशालचियों का दल तैनात किया गया है। वह हमेशा झुंड से अलग होकर दूसरे इलाके में धावा बोल देता है। जिससे झुंड को तितर बितर होने के कारण मशालचियों को काफी परेशानी सामना करना पड़ता है।