हर्ल सिंदरी के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता लापरवाही के आरोप में हटाए गए
हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के सिंदरी बरौनी और गोरखपुर उर्वरक संयंत्र के हर्ल के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता को हटा दिया गया है।
हर्ल सिंदरी के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता लापरवाही के आरोप में हटाए गए
सिंदरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी उर्वरक परियोजना हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) के सिंदरी, बरौनी और गोरखपुर उर्वरक संयंत्र के निर्माण में लेटलतीफी और कोताही बरतने को लेकर हर्ल के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता को हटा दिया गया है। आरसीएफ के चेयरमैन श्रीनिवासन सी मुदगेरिकर को हर्ल का नया प्रबंध निदेशक बनाया गया है।
पिछले दिनों केंद्रीय रसायन और उर्वरक सचिव ने हर्ल के गोरखपुर उर्वरक संयंत्र का दौरा किया था। इस दौरान गोरखपुर उर्वरक संयंत्र के निर्माण में कोताही बरतने को लेकर उन्होंने हर्ल के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई थी। कहा था कि कोई काम नहीं करते हैं। हर्ल के तीन-चार अधिकारियों की नौकरी खा जाने की चेतावनी भी दी थी। इस घटना के बाद से ही हर्ल के एमडी को हटाए जाने की अटकलें थीं। गोरखपुर उर्वरक संयंत्र के दौरे से वापस लौटते ही हर्ल के एमडी एके गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया था। केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय ने मंगलवार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर उन्हें हटा दिया। हालांकि एके गुप्ता एक्सटेंशन में थे और अभी उनका कार्यकाल तीन महीने बाकी बचा था। हर्ल के सिंदरी उर्वरक संयंत्र के निर्माण के दौरान स्थानीय लोगों को रोजगार देने और राज्य सरकार द्वारा निर्धारित आरक्षण के अनुसार रोजगार की मांग को लेकर सिंदरी राजनीतिक रूप से अशांत रहा था। इस संबंध में झारखंड मुक्ति मोर्चा पर अशांति का आरोप लगा। इसके कारण सिंदरी हर्ल का निर्माण कार्य प्रभावित हुआ था। इस संबंध में झारखंड के मुख्यमंत्री से भी बातचीत कर सिंदरी के निर्माण कार्य को बिना किसी बाधा के पूरा करने के लिए हर्ल प्रबंधन को पहल करनी थी। हर्ल प्रबंधन पर इस मुद्दे पर शिथिलता बरतने का आरोप था। अब सारा दारोमदार हर्ल के नये प्रबंध निदेशक श्रीनिवासन पर है। श्रीनिवासन एक अक्टूबर 2019 को आरसीएफ के चेयरमैन सह मैनेजिंग डायरेक्टर बनाए गए थे। इंजीनियरिंग से स्नातक श्रीनिवासन आइआइएम बेंगलुरु से पोस्ट ग्रेजुएट मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की है। श्रीनिवासन बोर्ड आफ नेशनल मल्टी कोमोडिटी एक्सचेंज इफको के निदेशक भी हैं। सप्लाई चेन मैनेजमेंट का अच्छा अनुभव है। भारतीय रेलवे में आइआरटीएस अधिकारी के रूप में काम करने का लंबा अनुभव है।