Gunjan Jweles डकैती की पूरी प्लानिंग बेउर जेल में बंद सुबोध सिंह एवं राजीव सिंह ने किया था... आसिफ ने उगले राज
गुंजन ज्वेलर्स ढाका कांड में शामिल राहुल सिंह उर्फ राघव एवं मोहम्मद आसिफ उर्फ निर्मल सिंह पावर उर्फ माया ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं । 26 सितंबर को धनसार पुलिस ने दोनों को गुंजन ज्वेलर्स डाका कांड में चार दिनों की पुलिस हिरासत में लिया था।
जागरण विधिसंवाददाता, धनबाद : गुंजन ज्वेलर्स ढाका कांड में शामिल राहुल सिंह उर्फ राघव एवं मोहम्मद आसिफ उर्फ निर्मल सिंह पावर उर्फ माया ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं । 26 सितंबर को धनसार पुलिस ने दोनों को गुंजन ज्वेलर्स डाका कांड में चार दिनों की पुलिस हिरासत में लिया था। रिमांड अवधि पूरा होने पर आज दोनों को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी एम के इंदवार की अदालत में पेश किया गया।जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस को दिए बयान में दोनों ने बताया है कि वर्ष 2021 में राहुल की मुलाकात बेऊर जेल में बंद राहुल सिंह उर्फ साम्राज्य सिंह से हुई थी उसी के बाद से वह अपराध की दुनिया में आया था। वही आसिफ ने बताया है कि वर्ष 2012 से वह अपराध की दुनिया में है राहुल ने टोकियो ऊर्फ छोटू ऊर्फ शिवम, रमेश ठाकुर उर्फ शंकर (समस्तीपुर बिहार) मोहम्मद आसिफ उर्फ निर्मल सिंह पावर उर्फ इकबाल आजाद उर्फ माया (समस्तीपुर) रवि रंजन सिंह उर्फ रवि उर्फ अभी( समस्तीपुर) सारथी, नेपाली, रैबिट उर्फ शुभम कुमार (बैंक मोड़ भूली) राहुल सिंह उर्फ साम्राज्य सिंह, अन्नू सिंह, चंदन सिंह, ज्योति राय, मुकेश सिंह (लावा पुर) कारू सिंह (पल्लवन) चंदन सोनी (समस्तीपुर) ,सुबोध सिंह (नालंदा ),राजीव कुमार सिंह उर्फ कल्लू सिंह उर्फ मीनू सिंह (समस्तीपुर) एवं अभिषेक कुमार सिंह को अपना आपराधिक सहयोगी बताया
।
ये हैं आसीफ के आपराधिक सहयोगी
आसिफ ने अपने अपने बयान में अपने आपराधिक सहयोगी के रुप में टोक्यो उर्फ छोटू उर्फ शिवम (अलीपुर माझी बस्ती) शंकर भगवान उर्फ रमेश ठाकुर (समस्तीपुर), राघव उर्फ राहुल सिंह (लखीसराय), मुन्ना माइकल उर्फ राजा साहनी (बेगूसराय), रवि उर्फ रवि रंजन सिंह उर्फ अभी (समस्तीपुर) अमन सिंह उर्फ साहिल उर्फ कालिया, सनी सिंह, रैबिट उर्फ शुभम कुमार ,रमेश ठाकुर उर्फ शंकर ,अमित सिंह उर्फ मैनेजर साहब ,पप्पू सिंह (पटना), गुड्डू ऊर्फ प्रोफेसर (समस्तीपुर), माझी उर्फ पासवान उर्फ छोटू (समस्तीपुर), सोनू सिंह उर्फ खगेंद्र नारायण सिंह उर्फ खटीक उर्फ संतोष सिंह (दरभंगा), राजेश पाल ,आतिफ बास्फी (समस्तीपुर) मोहम्मद जावेद (समस्तीपुर), मोहम्मद मेराज (समस्तीपुर), मोहम्मद आदिल (समस्तीपुर) मोहम्मद लडन (मुजफ्फरपुर), मोहम्मद राजन (मुजफ्फरपुर ),धन्ना सेठ (सुजावलपुर), जमील अख्तर उर्फ सुभानी उर्फ उर्फ बी क्लास ,पंकज कुमार उर्फ सतुवा
मोहम्मद आसिफ व राहुल ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि कई बार कई घटनाओं में बिहार के विभिन्न जिलों में रह चुका है ।उसने राजस्थान के भिवंडी में एक्सिस बैंक को तीन चार महीना पहले लूटा लूटा था ।जिसमें उसके यह सब सहयोगी शामिल थे। एक्सिस बैंक लूट के बाद उसे उसका हिस्सा नहीं दिया गया था। रमेश ठाकुर उर्फ शंकर को बार बार पूछने पर भी वह हिस्सा नहीं दे रहा था। करीब 10 दिन पहले समस्तीपुर में शंकर आकर कहा कि कुछ काम धनबाद में जाकर करना है जिसके बाद तुम्हारे हिस्से का सारा पैसा दे दूंगा। इसके बाद उसने नया फोन दिया और बोला धनबाद चले जाना। 25 अगस्त 22 को आसिफ समस्तीपुर से मौर्य एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर कुल्टी स्टेशन पर उतरा और वहां से मैथन डैम आया। वहां पर शुभम कुमार पहले से था वह उसे एक लॉज में लेकर गया जहां पर पहले से शिवम कुमार उर्फ छोटू उर्फ मौजूद था। एक दिन बाद रमेश ठाकुर रूम मे आया एक लड़का रवि रंजन उर्फ उर्फ बादशाह भी आया। कुछ दिन बाद राहुल उर्फ राघव भी आया। 3 सितंबर 22 को रमेश ठाकुर के द्वारा बताया गया कि गुंजन ज्वेलर्स में लूटपाट में उसे और राहुल को सुरक्षा देना है। जहां वह राहुल के साथ गया था। लूट के दौरान कुछ ही दूर पर स्कॉर्पियो में रवि रंजन उर्फ अभी रमेश ठाकुर एवं उसके साथ तीन लड़के आए थे।
इस घटना में रमेश ठाकुर काला टीशर्ट और जींस पहने हुए था। रवि रंजन काला टीका लगाए हुए था इस घटना में काफी सोना लूटा गया था और लूटा गया सभी सोना स्कॉर्पियो में रवि रंजन उर्फ अभी एवं रमेश ठाकुर के साथ तीन अन्य लोग लेकर भाग गए थे। वह और राघव मोटरसाइकिल से कुसुंडा की ओर भाग गए थे। दोनों ने अपना-अपना पिस्टल रमेश ठाकुर को दे दिया था। रमेश ठाकुर ने वहीं पर मोबाइल को झाड़ी में फेंक दिया था। राहुल और आसिफ मैथन की ओर निकल गए थे। और वह लोग स्कॉर्पियो से भाग गए थे ।घटना के दिन सुबह में रमेश ठाकुर ने घटनास्थल पर रैकी किया था।
उसके पहले उसके दोस्तों ने किया था ।उसी रात मेंथन वाले रूम में फिर रवि रंजन उर्फ अभी के साथ रमेश ठाकुर उर्फ शंकर आया मुझे एवं राहुल को पांच लाख देने की बात कर यहां बुलाया गया था ।जब उनसे आज वाला हिस्सा मांगा तो बोला कुछ दिन बाद तुम लोग का हिस्सा मिल जाएगा । फिर इन लोगों ने 5 सितंबर 22 को स्थान बदलने के लिए धनबाद शक्ति मंदिर के पास किशोर सोनी के मकान में दिन के 12:00 बजे रुम लिया। और फिर मुथूट फिनकॉर्प ऑफिस को देखने के लिए चला गया। रमेश ठाकुर ने उसी दिन रात में 6 हथियार और दो-दो मैगजीन इन लोगों को दिया था। 6 सितंबर 22 इन लोगों को हथियार और 4 हजार रुपए रमेश ठाकुर के द्वारा दिया गया कि घटना के बाद गाड़ी छोड़कर भागना पड़ा तो भाग सके। रमेश ठाकुर ने ही इन लोगों को कैसे घटना करनी है उसके बारे में बताया था, और कहा था कि गोली चलाना पड़े तो चला देना, घबराना नहीं है ।रमेश ने राहुल और शुभम को नया जूता मोजा भी दिया था ।
एवं एयरटेल का सिम लगा वाईफाई हॉटस्पॉट भी दिया था ।राहुल व आसिफ ने पुलिस को बताया कि आसिफ ,छोटू गुरुद्वारा के पास राघव उसके आगे होटल के सामने ,रैबिट और रमेश ठाकुर खड़े हुए ।जैसे ही मुथूट का ऑफिस खुला तो रमेश ने इन लोगों को बढ़ने का इशारा किया सभी एक-एक कर ऑफिस में घुसे। पहले आसिफ और छोटू ऑफिस में घुसा उसके बाद रमेश ,शुभम और राघव घुसा ।मैनेजर और एक आदमी को अंदर ऑफिस में पिस्टल दिखाकर कब्जे में ले लिया लॉकर खुलवाने के लिए ले गया लॉकर नहीं खोलने पर छोटू ,रमेश ठाकुर, राघव, रैबिट ने मिलकर मारपीट किया। रमेश ठाकुर ने किसी को वीडियो कॉल कर मैनेजर से बात कराया ।एक ग्राहक अंदर आया तो उसे रमेश ठाकुर ने बैठा दिया। 15:20 मिनट अंदर रहने के बाद छोटू और रमेश बाहर निकले उसके पीछे मैं निकला तो पुलिस आ गई जिसमें हम लोग भागने लगे ।एक व्यक्ति ने मेरे हाथ में लाठी से मारा जिससे चोट लगा और पिस्टल मेरे हाथ से छूट गया।
दूसरे ने मुझे पकड़ लिया इसी बीच गोली चलाते हुए रैबिट बाहर निकला तो उसे पुलिस की गोली लग गई वह गिर गया। आसिफ ने अपने बयान में बताया है कि इस घटना से पूर्व 14 फरवरी 22 को उसने रमेश अमन सिंह ,अमित सिंह के साथ मिलकर जमशेदपुर में केनरा बैंक के नीचे छगनलाल ज्वेलर्स के स्टाफ से 32 लाख रुपया लूटा था उसे बांट लिया था ।फरवरी माह में उन लोगों ने बंधन बैंक महागामा में बैंक लूट में रवि रंजन व राजेश पाल को हथियार सप्लाई किया था। 12 अगस्त 22 को जमशेदपुर में 32 लाख रुपया लूटने के बाद यह लोग कंटेनर गाड़ी से बंगाल की तरफ होकर फरार हो गए थे।
कंटेनर गाड़ी एवं पल्सर मोटरसाइकिल का व्यवस्था अमित सिंह एवं पप्पू सिंह किया था। इस पूरे घटना का प्लानिंग बेउर जेल में बंद सुबोध सिंह एवं कुल्लू सिंह उर्फ राजीव सिंह ने किया था ।तथा बाहर से सारा काम इन दोनों के निर्देश पर अमित सिंह उर्फ मैनेजर एवं पप्पू सिंह ने किया था। गुंजन ज्वैलर में लूटा गया जेवर रमेश ठाकुर उर्फ शंकर एवं रवि रंजन के गिरफ्तार होने पर ही बरामद हो सकता है। जो कि गैंग का मुखिया रवि रंजन उर्फ अभी एवं रमेश ठाकुर उर्फ शंकर है ।रमेश ठाकुर उर्फ शंकर घटना के बाद नेपाल में जाकर छिप जाता है जहां उसकी पत्नी एवं बच्चा है भाई भोला ठाकुर एवं बहन का भी शादी उसने नेपाल में ही किया है।