Corona: धरती के भगवान को भी भेज दिया श्मसान; अब इनकी लिस्ट खंघाल रही सरकार Dhanbad News
कोरोना महामारी में मरीजों की सेवा के दौरान खुद मौत के शिकार होने वाले डॉक्टर और कर्मचारियों की एक बार फिर से सरकार ने सूची मांगी है। इस बाबत सरकार के संयुक्त सचिव अविनाश कुमार सिंह ने 31 मई तक ऐसे लोगों की लिस्ट की मांग की है।
धनबाद, जेएनएन: कोरोना महामारी में मरीजों की सेवा के दौरान खुद मौत के शिकार होने वाले डॉक्टर और कर्मचारियों की एक बार फिर से सरकार ने सूची मांगी है। इस बाबत सरकार के संयुक्त सचिव अविनाश कुमार सिंह ने धनबाद सहित राज्य के तमाम उपायुक्त को पत्र लिखकर 31 मई तक ऐसे लोगों की लिस्ट की मांग की है। निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे तमाम डॉक्टर और कर्मचारियों की लिस्ट बनाकर भेजने की तैयारी कर रहा है। सिविल सर्जन डॉक्टर गोपाल दास ने बताया कि कोरोना ड्यूटी के दौरान जिन डॉक्टर और कर्मचारियों की मौत हुई है। उनकी लिस्ट बनाई जा रही है। जल्दी से मुख्यालय भेज दिया जाएगा।
धनबाद में मुआवजा का इंतजार कर रहे हैं डॉक्टर और कर्मी के स्वजन
धनबाद में कोरोना के दौरान लगभग एक दर्जन डॉक्टर और कर्मचारी मौत के शिकार हुए हैं। हालांकि सरकार की उदासीनता के कारण पिछले वर्ष से मौत के शिकार हुए डॉक्टर और कर्मचारी के अब तक अनुदान नहीं दिया गया है। मृतक डॉक्टर और कर्मचारियों के परिजन अब सरकार से इसकी मांग कर रहे हैं। एसएनएमएमसीएच की डॉ वेणु चौधरी की मौत के बाद अब तक राशि नहीं मिली है। इसके साथ डॉ डीके झा के परिजनों को भी अनुदान नहीं मिला है। इनके स्वजन भी सरकार से मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के डॉ एसएस लाल की भी मौत हो गई थी। अब तक इन पर सरकार ने सुध नहीं ली है।
बीसीसीएल में भी डॉक्टर और कर्मचारियों की मौत, अब तक भुगतान नहीं
बीसीसीएल के अंतर्गत कार्य करने वाले डॉक्टर और कर्मचारियों के भी मौत के बाद अब तक भुगतान नहीं हुआ है। लोयाबाद में सेवा दे रहे डॉ गौतम, सेंट्रल अस्पताल की नर्स दिव्या रश्मि, नर्स त्रिशला को भी प्रबंधन की ओर से अब तक कोई भी मुआवजा की राशि प्रदान नहीं की गई है।