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रंजीत के हत्यारों को 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' ने दी थी शरण

झाविमो युवा मोर्चा के धनबाद जिलाध्यक्ष रंजीत की हत्या का पुलिसिया अनुसंधान जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है गैंग्स ऑफ वासेपुर का कनेक्शन जुड़ता जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Aug 2018 02:52 PM (IST)Updated: Sun, 26 Aug 2018 02:52 PM (IST)
रंजीत के हत्यारों को 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' ने दी थी शरण
रंजीत के हत्यारों को 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' ने दी थी शरण

जागरण संवाददाता, धनबाद : झाविमो युवा मोर्चा के धनबाद जिलाध्यक्ष रंजीत की हत्या का पुलिसिया अनुसंधान जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' का कनेक्शन जुड़ता जा रहा है। नई जानकारी यह है कि शूटर वासेपुर में ठहरे थे और 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' ने ठहराया था। वासेपुर में रहकर ही पहले शूटरों ने रेकी की। और फिर मौका मिलते ही कुसुंडा में रंजीत सिंह को गोलियों से भून दिया।

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हत्याकांड की समीक्षा करने के लिए आइजी शंभु ठाकुर शनिवार को धनबाद में थे। उन्होंने एसएसपी मनोज रतन चोथे, रंजीत हत्याकाड की जाच के लिए बनी एसआईटी के प्रमुख ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर और सिटी एसपी पीयूष पांडेय से अब तक जांच की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की। उन्होंने हत्यारों की गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया।

शूटर की तलाश में मिर्जापुर में छापे: कुसुंडा रेलवे फाटक के पास जेवीएम नेता रंजीत सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने में यूपी मिर्जापुर के दो शातिर अपराधी शामिल थे। यह संकेत पुलिस को मोबाइल कॉल डिटेल्स के आधार पर मिला है। पिछले दो दिनों से एसआइटी मिर्जापुर में कैंप कर रही है। सूत्रों की मानें तो शनिवार की रात भी एसआइटी ने मिर्जापुर में कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की है, लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी। रंजीत हत्याकांड के सभी नामजद आरोपित बिंट्टू रवानी तथा राजेश चौहान भी घटना के दिन से फरार है। पुलिस की छानबीन में यह बात सामने आई है कि घटना दिन भी रंजीत को मकी भरा पर फोन किया गया था परंतु वह फोन जेल से नहीं बल्कि बाहर से किया गया था। फिलहाल पुलिस कई पहलुओं पर छानबीन कर रही है और जल्द ही इस कांड का खुलासा करने का दावा कर रही है।

रंजीत सिंह के भाई व चश्मदीद को मिला अंगरक्षक : जेवीएम युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह हत्याकांड के चश्मदीद गवाह मुन्ना खान तथा रंजीत सिंह के भाई संजय सिंह को जिला पुलिस ने सरकारी अंगरक्षक मुहैया कराए हैं। दो दिन पूर्व रंजीत सिंह के भाई संजय सिंह व कांड के चश्मदीद गवाह मुन्ना खान ने एसएसपी मनोज रतन चोथे से जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। रंजीत सिंह के भाई संजय सिंह व मुन्ना खान डीआइजी के पास भी जानमाल की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की थी। डीआइजी के निर्देश पर शनिवार को एसएसपी ने संजय सिंह व मुन्ना खान को सरकारी अंगरक्षक मुहैया कराने का निर्देश जारी कर दिया है।


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