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नन्हीं परियों का संवरेगा भविष्य

धनबाद : कल तक महानगरों की कोठियों में झाड़ू-पोछा करनेवाली गांव की नन्हीं परियों को अब अपनी पसंद की ¨

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 11:04 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 11:04 AM (IST)
नन्हीं परियों का संवरेगा भविष्य
नन्हीं परियों का संवरेगा भविष्य

धनबाद : कल तक महानगरों की कोठियों में झाड़ू-पोछा करनेवाली गांव की नन्हीं परियों को अब अपनी पसंद की ¨जदगी जीने का अवसर मिला है। नन्हीं कलाइयों ने कलम-कॉपी थाम ली है। वे अपनी नई ¨जदगी से खुश हैं। दरअसल, जिला बाल संरक्षण इकाई ने हाल में विभिन्न महानगरों से करीब 31 बच्चियों को मुक्त कराया था। परिवार की माली हालत अच्छी नहीं होने के कारण ये बच्चियां दलालों के चुंगल में फंस गईं थीं। जिन्होंने इनको महानगरों में झाडू-पोछा के काम में लोगों के घरों में लगा दिया। मुक्त होकर आने के बाद भी परिजन इनकी पढ़ाई की व्यवस्था नहीं कर पा रहे थे। तब जिला प्रशासन ने इन बच्चियों को जिले के विभिन्न प्रखंडों में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में दाखिला करने का निर्देश दिया।

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बच्चियां देख रहीं सुनहरे भविष्य के सपने : कल तक जिन हाथों में जूठे बर्तन होते थे अब उनमें कलम-कापी आ गई है। इनकी अंगुलियां भी अब कंप्यूटर के माउस पर चलेंगी। अधिकांश बच्चियों का विद्यालय में प्रवेश हो गया है। बच्चियां अब उज्जवल भविष्य के सपने देखने लगी हैं। इनको बेहतर शैक्षणिक माहौल देने के लिए सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय ने भी सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डन को जरूरी निर्देश दिया है। बच्चियों को अतीत की घटनाओं से बाहर निकालने के लिए विद्यालय की सभी गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा गया है। इन बच्चियों में अधिकांश सुंदरपहाड़ी प्रखंड की हैं। यह प्रखंड अति पिछड़ा है। यहां की आठ बच्चियों को मुक्त कराया गया है। सबसे कम संख्या पोड़ैयाहाट व बसंतराय प्रखंड की है। यहां की एक-एक बच्ची को मुक्त कराया गया।

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नामांकन कराना नहीं था आसान ऐसी बच्चियों को शिक्षा से जोड़ना आसान नहीं था। परिवार के सदस्य इन बच्चियों का विद्यालय में नामांकन कराने को राजी नहीं हो रहे थे। विभाग के कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। विद्यालय की शिक्षिका व बीईईओ परिजनों से मिले। काफी प्रयास के बाद अभिभावक बच्चियों के नामांकन के लिए तैयार हुए।

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कोट-

बाल संरक्षण इकाई द्वारा चाइल्ड ट्रैफि¨कग से छुड़ाई गई 31 बच्चियों को जिले के विभिन्न कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में उनकी उम्र के अनुसार कक्षाओं में नामांकित कराया है। उन्हें शिक्षा दी जा रही है। सोनी कुमारी, जिला बालिका शिक्षा पदाधिकारी, गोड्डा

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प्रखंडवार बच्चियों की संख्या

प्रखंड बच्चियों की संख्या

- गोड्डा - 04

- पथरगामा - 02

- महागामा - 03

- मेहरमा - 05

- ठाकुरगंगटी - 02

- बोआरीजोर - 05

- सुंदरपहाड़ी - 08

- पोड़ैयाहाट - 01

- बसंतराय - 01


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