धनबाद में कल होगी हृदय एवं किडनी की नि:शुल्क जांच, डॉक्टर को दिखाने के लिए यहां करें रजिस्ट्रेशन
25 मार्च शनिवार को ईस्टर्न जोन के प्रसिद्ध अस्पताल में आमरी मुकुंदपुर कोलकता के प्रसिद्ध कार्डियक सर्जन एवं किडनी रोग विशेषज्ञ धनबाद पहुंच रहे हैं। एकल अभियान के आग्रह पर हृदय व किडनी संबंधी चिकित्सा विज्ञान पर निशुल्क चिकित्सा परामर्श निशुल्क शुगर जांच एवं निशुल्क ईईजी जांच की जाएगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद। 1989 में धनबाद से आरंभ हुआ शिक्षा के लिए एक ऐसा प्रयोग जो आज भारत के एक लाख गांवों में पंचमुखी शिक्षा देकर अंतरराष्ट्रीय गांधी शांति पुरस्कार 2017 के साथ एक अनूठी मिसाल बना। 1989 में धनबाद से ही आरंभ हुआ एकल विद्यालय आज संपूर्ण भारत वर्ष में एक लाख से अधिक विद्यालय, पंचमुखी शिक्षा और न जाने कितनी ही योजनाओं के साथ सामाजिक उत्थान के लिए एक विशाल वटवृक्ष बन गया है।
एकल अभियान ग्रामीण आदिवासी बच्चों के साथ-साथ शहर के शबरी बस्तियों (स्लम) के बच्चों को संस्कार युक्त प्राथमिक शिक्षा दे रहा है। ग्रामीण वनवासी लोगों के स्वास्थ्य के लिए आरोग्य के विभिन्न आयाम चल रहे हैं, मसलन आरोग्य वैन, एमबीबीएस चिकित्सकों द्वारा टेलीमेडिसिन आदि।
दिल व किडनी की होगी नि:शुल्क जांच
इसी क्रम में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बढ़ती हृदय संबंधी समस्या जैसे हृदय गति रुक जाना, कार्डियक अरेस्ट, हार्ट फेल्योर इत्यादि एवं किडनी संबंधी समस्या के निदान का बीड़ा भी एकल अभियान ने उठाया है। 25 मार्च शनिवार को ईस्टर्न जोन के प्रसिद्ध अस्पताल आमरी मुकुंदपुर कोलकता के प्रसिद्ध कार्डियक सर्जन एवं किडनी रोग विशेषज्ञ धनबाद पहुंच रहे हैं।
एकल अभियान के आग्रह पर दूर सुदूर वनवासी गांव में रहने वाले ऐसे बंधुओं एवं धनबाद शहर के लोगों को भी हृदय व किडनी संबंधी चिकित्सा विज्ञान पर नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श, नि:शुल्क शुगर जांच एवं नि:शुल्क ईईजी जांच की जाएगी।
डॉक्टर को दिखाने के लिए यहां कराना होगा पंजीकरण
यह नि:शुल्क हेल्थ कैंप धनबाद क्लब लुबी सर्कुलर रोड के सामने उत्सव भवन पार्ट-दो में सुबह 11 बजे से लगेगा। एकल अभियान पूर्वी प्रभाग बी के अध्यक्ष रवींद्र ओझा एवं आयुष तिवारी ने बताया कि इस अवसर पर एकल अभियान की ओर से नि:शुल्क नेत्र जांच की भी सुविधा एकल अभियान के चलंत नेत्र जांच चिकित्सा वाहन में मिलेगी। यह सेवा हेल्थ चिकित्सा कैंप स्थल पर ही उपलब्ध रहेगी।
हृदय एवं किडनी संबंधित नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में शामिल होने के लिए इस लिंक पर- https://forms.gle/G355JGYSTjJr9nnLA पंजीकरण करा सकते हैं। रवींद्र ओझा के अनुसार बुजुर्गों के साथ युवाओं और बच्चों में भी हृदय व किडनी से संबंधी समस्या बढ़ने का एक मुख्य कारण हृदय व किडनी चिकित्सा विज्ञान की जानकारी का अभाव होना है। समय रहते सही उपचार मिलने से मरीज की जान बचाई जा सकती है।